राधिका खेड़ा -“मुझसे लगातार बदसलूकी की गई” कांग्रेस नेताओं पर लगे गंभीर आरोप

राधिका खेड़ा ने कल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आने पर वह काफी नाराज दिखीं. राधिका खेड़ा ने कांग्रेस नेता पर आरोप लगाया कि रायपुर स्थित पार्टी कार्यालय में सुशील आनंद शुक्ला ने मुझसे बदतमीजी की. मैं चिल्लाई…दरवाजा बंद कर दिया गया. एक मिनट तक कमरा बंद रहा. मैं चीखती रही पर कोई मदद के लिये सामने नहीं आया. मुझसे लगातार बदसलूकी की गई. बहुत मुश्किल से भागकर निकली. सबसे शिकायत की… किसी ने मेरी बात नहीं सुनी. वो वाक्या सोचती हूं, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं.”

राधिका खेड़ा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में पार्टी की मीडिया विंग भी संभाल रही थीं. उन्होंने कल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आने पर वह काफी नाराज दिखीं. कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आज मीडिया से बातचीत में उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की हर बैठक ‘रघुपति राघव राजा राम’ के साथ मैंने कभी नहीं सोचा था कि पार्टी .’राम विरोधी हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि मैं कभी नहीं कल्पना भी कर सकते थे कि जिस पार्टी का नारा है ‘मैं लड़की हूं’.’मैं लड़ सकती हूं’ ने उस पार्टी का नारा बदलकर ‘लड़की’ कर दिया’अगर ऐसा हुआ तो पिटोगे’, ऐसा होगा.

राधिका खेड़ा ने कहा कि शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई. प्रियंका गांधी वाद्रा, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की चुप्पी अब भी मुझे परेशान कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता सुशील आनंद शुक्ला ने अपने दो साथियों के साथ रायपुर स्थित पार्टी कार्यालय में उनके साथ बदतमीजी कीछत्तीसगढ़ पार्टी मुख्यालय में सुशील आनंद शुक्ला ने मुझसे बदतमीजी की. मैं चिल्लाई… दरवाजा बंद कर दिया गया. एक मिनट तक कमरा बंद रहा. मैं चीखती रही पर कोई मदद के लिये सामने नहीं आया. मुझसे लगातार बदसलूकी की गई. बहुत मुश्किल से भागकर निकली. सबसे शिकायत की… किसी ने मेरी बात नहीं सुनी. वो वाक्या सोचती हूं, तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं.”

राधिका ने बताया घटना की जानकारी उन्‍होंने लगभग सभी बड़े कांग्रेसी नेताओं को दी, लेकिन किसी ने मदद का हाथ नहीं बढ़ाया. उन्‍होंने बताया, “इस घटना के बारे में मैंने सचिन पायलट, भूपेश बघेल, जयराम रमेश, पवन खेड़ा को भी बताया. भूपेश बघेल के कहने पर मुझे कहा गया कि तुम छतीसगढ़ छोड़ दो. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी सबको मैसेज भेजा पर कोई जवाब नहीं आया. ट्वीट किया, तब जयराम रमेश का कॉल आया. मैंने पहले भी कई बार ऐसी बात सुनी थी. कई महिलाओं ने भी शिकायत की थी. कांग्रेस पार्टी ने हर ऐसे मुद्दे को दबा दिया. प्रियंका गांधी से लगातार समय मांगा पर नहीं मिला. महिला के साथ अन्याय होता है, तो पार्टी से निकाल दिया जाता है… लेकिन मेरी लड़ाई जारी रहेगी.”

कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर राधिका खेड़ा नेकहा कि उन्होंने सचिन पायलट को फोन किया लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की। उनके पीए ने मुझे बताया कि सचिन पायलट व्यस्त हैं। उनके पीए की किसी से बातचीत हुई थी। उन्होंने मुझे घटना के बारे में कुछ भीन बोलने, अपना मुंह न खोलने के लिए कहा। खेड़ा ने कहा कि इसके बाद मैंने भूपेश बघेल, पवनखेड़ा और जयराम रमेश को फोन किया लेकिन उनमेंसे किसी ने भी जवाब नहीं दिया। बाद में भूपेश बघेलने मुझे वापस फोन किया तब मैंने कहा उनसे कहा किमैं राजनीति छोड़ना चाहती हूं लेकिन उन्होंने मुझे छत्तीसगढ़ छोड़ने के लिए कहा और तब मुझे समझआया कि यह सब एक साजिश थी। इसके बाद हताश होकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया।

राधिका खेड़ा ने कहा कि मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से 3 साल से समय मांग रही हूं लेकिन उनमें से कोई भी मुझसे नहीं मिला। मुझे हमेशा एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय भेजा जाता था। यहां तक कि न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी किसी से नहीं मिले। वह आते थे और 5 मिनट के लिए हाथ हिलाते थे और अपने ट्रेलर में वापस चले जाते थे, उनकी न्याय यात्रा नाम मात्र के लिए थी।राधिका खेड़ा ने कहा कि उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने की कोशिश की लेकिन वह किसी से नहीं मिलीं। वह कहती हैं, ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं, लेकिन ‘लड़की हो तो पिटोगी’, कांग्रेस का नारा है। इसका अब पता चल गया।

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