**EDS: TO GO WITH STORY; IMAGE VIA PERMANENT MISSION OF INDIA TO THE UN** New York: India’s Permanent Representative to the United Nations (UN) Ambassador Ruchira Kamboj hands over a cheque of one million dollars to Director of the UN Office for South-South Cooperation Dima Al-Khatib. (PTI Photo) (PTI02_20_2024_000014B)

भारत ने गरीबी और भुखमरी से निपटने के लिए 10 लाख डॉलर का दिया योगदान

गरीबी और भूखमरी से निपटने के उद्देश्य से स्थापित किये गये एक कोष में भारत ने दस लाख अमेरिकी डॉलर का योगदान दिया है। इस कोष को भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका द्वारा स्थापित किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत रुचिरा कंबोज ने गरीबी और भूखमरी उन्मूलन कोष (आईबीएसए कोष) के लिए योगदान के रूप में सोमवार को ‘संयुक्त राष्ट्र दक्षिण-दक्षिण सहयोग कार्यालय’ (यूएनओएसएससी) के निदेशक दिमा अल-खतीब को 10 लाख अमेरिकी डॉलर का चेक सौंपा।

इस अवसर पर कंबोज ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में हुये जी20 शिखर सम्मेलन में ‘‘जनता का, जनता द्वारा और जनता के लिए विकास’’ पर ध्यान केंद्रित किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘ इसीलिए भारत आईबीएसए कोष का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा मानना है कि इसके जरिए ‘ग्लोबल साउथ’ में लाखों लोगों के जीवन पर सकारात्मक असर पड़ा है और सहयोग की भावना मजबूत हुई है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि आईबीएसए (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) में शामिल प्रत्येक देश विकासशील देशों में परिवर्तनकारी परियोजनाओं के लिए साझेदारी और समर्थन की भावना के साथ कोष में सालाना 10 लाख डॉलर का योगदान देते हैं। इस कोष की स्थापना 2004 में की गई थी और इसका संचालन 2006 से शुरू हुआ। तब से लेकर अब तक आईबीएसए कोष में भारत की ओर से कुल मिलाकर 1.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक का योगदान दिया जा चुका है।