कूलर में आ रहा करेंट को इस टिप्स से करें ठीक, दूर होगी अर्थिंग की भी प्रॉब्लम

गर्मियों में कूलर की ठंडी-ठंडी हवा किसे नहीं अच्छी लगती है. लेकिन थोड़ी सी लापरवाही के कारण कूलर में करेंट आने लगता है. सही समय पर इस प्रॉब्लम को ठीक न किया जाए तो इसका अंजाम बुरा हो सकता हैं. आपने ऐसे कई हादसों के बारे में सुना होगा जिसमे कूलर में करेंट उतरने से लोगों की जान तक चली गई. ऐसे में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है. करेंट की समस्या अधिकतर पुराने कूलर में या फिर लोकल कूलर में देखने को ज्यादा मिलती है. अब बात यह आती है कि आखिर कूलर में करेंट किन कारणों से आता है, और क्या इन प्रॉब्लम्स को घर पर खुद से भी ठीक किया जा सकता है? तो आइए विस्तार से समझते हैं इसके बारे में…

जानिए, कूलर से कब और क्यों लगता है करेंट

कूलर में करेंट आने की पांच बड़ी वजहें हो सकती हैं, जिनमें अर्थिंग की कमी, बिजली के कनेक्शन में प्रॉब्लम, मोटर की समस्या, स्विच में प्रॉब्लम और पानी की टंकी में रिसाव शामिल हो सकता है. अगर इन चीजों पर सही से ध्यान दिया जाए तो करेंट की प्रॉब्लम से बचा जा सकता है और बड़े हादसों को भी होने से टाला जा सकता है.

अर्थिंग की कमी: अर्थिंग की प्रॉब्लम बहुत ही नार्मल है. अगर कूलर को ठीक से ग्राउंडेड नहीं किया गया है, तो बिजली का करंट कूलर की बॉडी में उतर सकता है.

बिजली कनेक्शन में प्रॉब्लम : ढीले तार, डैमेज तार या गलत कनेक्शन से करंट की बॉडी में फैल सकता है.

मोटर में गड़बड़ : अगर मोटर में घिसाव, चिंगारी या जंग जैसे प्रॉब्लम है, तो यह करंट का कारण बन सकती है.

पानी की टंकी में रिसाव: यदि पानी की टंकी में रिसाव होता है तो पानी बिजली के तारों या मोटर तक पहुंच जाता है, जिससे करेंट फैलता है.

स्विच में गड़बड़ : अगर स्विच में गड़बड़ी होती है, तो यह भी करंट फैलने का कारण बन सकता है.

प्रॉब्लम तो समझ में आ गई, अब बात आती है कि इन प्रॉब्लम से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है, या फिर पहले से की गई कुछ तैयारियों के साथ इस तरह की चीजों से कैसे बचा जा सकता है. तो इन सावधानियों का पालन करके आप बिजली के झटके से बच सकते हैं और सुरक्षित रूप से कूलर का उपयोग कर सकते हैं…

अर्थिंग को ठीक करें

तय करें कि आपका कूलर ठीक से ग्राउंडेड है. ग्राउंडिंग वायर को कूलर की बॉडी से कनेक्ट करें और फिर इसे एक ग्राउंडिंग रॉड या बिजली के पैनल के ग्राउंडिंग स्क्रू से कनेक्ट करें. यदि आप ग्राउंडिंग वायर को नहीं ढूंढ पा रहे हैं, तो इलेक्ट्रीशियन बुला लें.

बिजली कनेक्शन में करे सुधार

कूलर के बिजली कनेक्शन की जांच करें. ये देखें कि तारों में कोई डैमेज या ढीले कनेक्शन तो नहीं है, यदि कुछ गड़बड़ है, तो तारों को बदल दें या ढीले कनेक्शनों को कस लें.

मोटर को ठीक करवाए

कूलर के मोटर में खराबी भी करंट का कारण बन सकती है. यदि आपको लगता है कि मोटर में खराबी है, तो मोटर को बदल डालें. एक चीज और कभी कूलर ऑन करके इसमें पानी नहीं डालना चाहिए, ऐसा करना जोखिमभरा हो सकता है.

पानी की टंकी को करे ठीक

कभी-कभी, पानी की टंकी में रिसाव के कारण भी कूलर में करंट आ सकता है. पानी की टंकी में किसी भी रिसाव की जांच करें और यदि कोई रिसाव है, तो इसे ठीक करें.

स्विच को करे चेंज

कूलर के स्विच में खराबी भी करंट का कारण बन सकती है. अगर आपको लगता है कि स्विच में खराबी है, तो इसे बदल दें. यदि आप इन सुरक्षा उपायों को करने के बाद भी कूलर में करंट आने की प्रॉब्लम को ठीक नहीं कर पा रहे हैं, तो तुरंत इलेक्ट्रीशियन से संपर्क करें.

कूलर का उपयोग करते समय इन बातों पर दें ध्यान
कूलर को कभी भी गीले हाथों से न छुएं.
कूलर को पानी वाली जगह से दूर रखें.
यदि आप कूलर को साफ कर रहे हैं, तो पहले इसका प्लग निकाल दें
बच्चों को कूलर से दूर रखें.

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