चुनाव के बाद टेलीकॉम कंपनियां आम लोगों को महंगाई का दे सकती हैं नया झटका

रिपोर्ट के अनुसार जियो और एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रही हैं. ये कंपनियां देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद किसी भी वक्त मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती हैं. अगर ऐसा हुआ तो जून में खत्म होने वाले चुनाव के बाद लोगों के लिए मोबाइल फोन इस्तेमाल करना महंगा हो जाएगा.

आपको बता दे की जियो और एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियां चुनाव के बाद मोबाइल टैरिफ को बढ़ा सकती हैं, जिससे आम लोगों की जेब से होने वाला खर्च बढ़ सकता है. महंगाई के मोर्चे पर लोगों को लंबे समय के बाद राहत मिलने की शुरुआत हुई है. हालांकि जल्दी ही इस मामले में परेशानियां आ सकती हैं. लोकसभा चुनाव के बाद आम लोगों को महंगाई का नया झटका लग सकता है और यह झटका टेलीकॉम कंपनियां दे सकती हैं.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जियो और एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रही हैं। ये कंपनियां देश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद किसी भी वक्त मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती हैं. अगर ऐसा हुआ तो जून में खत्म होने वाले चुनाव के बाद लोगों के लिए मोबाइल फोन इस्तेमाल करना महंगा हो जाएगा.

पीटीआई की एक रिपोर्ट में विश्लेषक एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के हवाले से यह आशंका व्यक्त की गई है. एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग का मानना ​​है कि जिया और एयरटेल जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद अपने प्लान महंगे कर सकती हैं. ऐसी आशंका है कि चुनाव के बाद टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ में 15 से 17 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकती हैं.

हालाँकि, मोबाइल कंपनियों ने अभी तक इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। महंगाई की बात करें तो मार्च महीने में राहत का क्रम जारी रहा। एक दिन पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी से नीचे आ गई. देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और इसी महीने से सात चरण के लोकसभा चुनाव 2024 शुरू हो रहे हैं. पहले चरण का मतदान अगले हफ्ते 19 अप्रैल को होने वाला है. आखिरी चरण का चुनाव जून के पहले सप्ताह में 1 जून को होगा. इसके बाद 4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आएंगे.

एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के मुताबिक, टैरिफ बढ़ाने से टेलीकॉम कंपनियों को फायदा होने वाला है। भारती एयरटेल को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है. एयरटेल का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) फिलहाल 208 रुपये है. वित्तीय वर्ष 2026-27 में यह बढ़कर 286 रुपये हो सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, जियो इस वक्त टेलीकॉम इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है। पिछले 5-6 सालों में जियो की बाजार हिस्सेदारी 21.6 फीसदी से बढ़कर 39.7 फीसदी हो गई है.

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