सर्दियों के मौसम में मौसम में हरा मटर बड़ी ही आसानी से बाजार में मिल जाती है । हरी मटर के छोटे-छोटे दाने कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। सर्दियों में मटर की सब्जी, पराठा, पूड़ी और भी कई टेस्टी डिशेज बनाई जाती हैं। इसके पीछे दो कारण होते हैं, एक तो यह कि यह खाने में बहुत स्वादिस्ट होता है और दूसरा यह कि यह हमारे स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसलिए इसे सर्दियों में अपनी डाइट का हिस्सा बनाना बहुत ही अच्छा होता है। तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
प्रोटीन की मात्रा :-
मटर के छोटे-छोटे दानें में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता हैं। यह प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का एक बेहतर स्त्रोत है। दिल की मांसपेशियों काे स्वास्थ रखने के लिए प्रोटीन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। इसके साथ ही, शरीर की मांसपेशियों के लिए भी प्रोटीन बहुत ही आवश्यक होता है।
दिल के लिए लाभदायक :-
मटर में प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम पाया जाता है, जो दिल के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है, जिस वजह से दिल स्वस्थ रहता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है
पाचन के लिए फायदेमंद :-
मटर में फाइबर की मात्रा मौजूद होती है, जो पाचन क्रिया के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। फाइबर आंतों के भीतर खाने को मूव करने में हेल्प करता है, जिससे कब्ज की प्रॉब्लम नहीं होती। सर्दियों में कब्ज की शिकायतें बढ़ जाती है, जिससे राहत दिलाने में मटर काफी हेल्प करता है।
ब्लड शुगर लेवल को करे नियंत्रित :-
मटर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में बहुत हेल्प करता है। इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को अचानक से बढ़ने नहीं देता है, जिस वजह से ब्लड शुगर लेवल मैनेज होता है। सर्दियों में कम फिजिकल एक्टिविटी और डाइट की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा अधिक होता है। इसलिए ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मटर कारगर हो सकता है।
कैंसर से छुटकारा :-
मटर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से रक्षा करने में हेल्प करते है। यह फ्री रेडिकल डैमेंज को नियंत्रित करने में हेल्प करता है। फ्री रेडिकल डैमेज से सेल्स डैमेज होते हैं, जो कैंसर का रूप भी ले सकते हैं।
इम्यून सिस्टम को करे मजबूत :-
मटर में विटामिन-सी, विटामिन-ई, जिंक और विटामिन-ए पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में हमारी हेल्प करता है। इससे इंफ्लेमेशन की प्रॉब्लम भी कम होती है, जिससे हमारे सेल डैमेज नहीं होते।
यह भी पढ़े:
ये घरेलू उपाय अपनाकर आप भी कर सकते है अंडरआर्म्स की बदबू को टाटा और बाय-बाय