आयुर्वेद में विधारा को नसों के लिए टॉनिक माना जाता है. इससे बुद्धि तेज होने का भी दावा किया जाता है. विधारा को लेकर कई शोध भी हुए हैं जिनमें इसके आयुर्वेदिक दावों को काफी हद तक सही माना गया है.विधारा नाड़ियों के छिद्रों को खोलने में टॉनिक का काम करती है.
विधारा एक जंगली जड़ी बूटी है जो बिहार, असम में बहुतायत में पाई जाती है. हालाँकि आप इसे नहीं पहचान पाएंगे, लेकिन सदियों से विधारा से कई बीमारियों का इलाज किया जाता रहा है. विधारा नाड़ियों के छिद्रों को खोलने में टॉनिक का काम करती है. विधारा को कई नामों से जाना जाता है। इसे अधोगुड़ा भी कहा जाता है. लोग इसे समुद्री पौधा भी मानते हैं लेकिन यह इससे अलग है. विधारा को कई नामों से जाना जाता है लेकिन यह अपने गुणों में अद्भुत है। विधारा मनुष्य को इतने लाभ पहुंचाती है कि इसे एक शक्तिशाली टॉनिक माना जाता है।विधारा की जड़ से लेकर तने और पत्तियों तक का उपयोग रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है.
आयुर्वेद में विधारा को नसों के लिए टॉनिक माना जाता है। इससे बुद्धि तेज होने का भी दावा किया जाता है। विधारा को लेकर कई शोध भी हुए हैं जिनमें इसके आयुर्वेदिक दावों को काफी हद तक सही माना गया है। विधारा पुरुषों के लिए बेहद फायदेमंद है. यह पुरुषों में स्टेमिना को बूस्ट करता है. विधारा महिलाओं के लिए भी कम फायदेमंद नहीं है. यह महिलाओं के सौंदर्य को बढ़ाता है क्योंकि यह स्किन में ग्लोनेस लाने में मदद करता है.
एक शोध पत्र के अनुसार विधारा स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। शोध में पाया गया है कि विधारा पौधे में औषधि बनाने की अपार क्षमता है। यह कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है। विधारा से अल्सर, सूजाक, मधुमेह, त्वचा रोग, गठिया आदि रोग ठीक हो जाते हैं। विधारा के औषधीय गुणों का रासायनिक विश्लेषण करने पर पता चला कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव और कामोत्तेजक गुण पाए जाते हैं.
नसों को करता है फ्री -विधारा में फ्लेवोनोइड्स, स्टेरोल ग्लाइकोसाइड्स और आवश्यक तेल भी पाए जाते हैं। यह दिमाग के लिए बेहद खास जड़ी-बूटी है। क्योंकि यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करता है, जिससे पूरे शरीर की नसें मुक्त हो जाती हैं।जिससे पूरे शरीर की नसों को फ्री बना देता है. इससे नसें बेहद सक्रिय हो जाती है. नसों के शिथिल होने से शरीर में थकान और कमजोरी सहित कई तरह की बीमारियां होती है. इतना ही नहीं आयुर्वेद में तो यह भी दावा किया जाता है कि विधारा से बुद्धि को भी तेज किया जा सकता है. हालांकि रिसर्च में इसे लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है लेकिन इतना बताया गया कि विधारा की जड़ों में ऐसा गुण पाया जाता है जिससे दिमाग का याददाश्त वाला हिस्सा सक्रिय होता रहता है.
पुरुषों के लिए टॉनिक-विधारा पुरुषों के लिए एक टॉनिक है क्योंकि यह पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है और तंत्रिका तंत्र को सुचारू करके सहनशक्ति भी बढ़ाता है. विधारा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मधुमेह और हृदय रोग के खतरे को भी कम करते हैं। इसके साथ ही यह इम्यूनिटी बूस्टर भी है. विधारा में सूजन-रोधी गुण होते हैं। यानी यह शरीर में सूजन को कम करता है, जिससे जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत मिल सकती है. साथ ही विधारा एनाल्जेसिक भी है यानी हर तरह के दर्द से राहत दिलाती है. ये सब मिलकर पुरुषों को बेहद फायदा पहुंचाते हैं.
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