बॉलीवुड की बिंदास अदाकारा सुष्मिता सेन ने अपनी मेहनत के दम पर हर बड़ी उपलब्धि हासिल की. 18 साल की उम्र में फेमिना मिस इंडिया बनी सुष ने 77 देशों की प्रतियोगियों को हराकर मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया था. वहीं 24 साल की उम्र में दो बच्चों को गोद लेने का डिसीजन लेकर उन्होंने सभी को चौंका कर रख दिया था. उनकी मां उनके इस निर्णय के खिलाफ थीं, लेकिन उनके पिता ने कुछ ऐसा कर दिया था कि उनकी मां की भी न चली और सुष ने दो बेटियों रिनी और अलीसा को गोद लिया.
पिता ने ये बड़ा निर्णय लेकर सुष्मिता सेन को किया था सपोर्ट
ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे से हुई बातचीत में सुष्मिता सेन ने खुलासा किया कि वो कभी भी नहीं चाहती थीं कि उनका कोई भी रिश्ता उन्हें किसी भी दायित्व से जोड़ दे. यही वजह थी कि उन्होंने कई डेटिंग के बावजूद कभी शादी का डिसीजन नहीं लिया. हालांकि मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के दौरान उन्हें अनाथालयों का दौरा करना पड़ा. जहां उन्होंने मां के दायित्वों का समझा. बस यही वो पल था जब टीनएज में ही सुष्मिता के मन में मां बनने की ख्वाहिश जागी थी.
सुष्मिता ने कहा, “ये एक इमोशनल अटैचमेंट था, जब मैं सोच रही थी कि कोई मां बनना चाहता है वहीं कोई बच्चा है जिसे मां की जरूरत है. पूरी तरह से सही है. ये बेहद सरल क्यों नहीं हो सकता. मैं सालों से जर्नी कर रही थी. मेसे आसपास कई बच्चे रहते थे यही वो पल था जब मैंने सोचा कि मैं मां बनने के लिए तैयार हूं.”
आधी प्रॉपर्टी कर दी थी गोद ली हुई बेटी के नाम!
सुष्मिता ने आगे बताया कि उनकी मां उनके इस डिसीजन के खिलाफ थी वो बोलती थीं कि तुम खुद बच्ची हो तुम किसी बच्ची का ध्यान कैसे रख पाओगी. फिर उनके पिता ने उनका साथ दिया था, “मेरे पिता हंसने लगे, मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ, लेकिन वो श्योर थे. वो पल ऐसा था कि मानो वो इसके लिए राजी थे, जिसके बाद अदालत ने मुझे रिने की कस्टडी दे दी. उनके बिना मैं ये नहीं कर पाती…मेरे पिता ने उनकी प्रॉपर्टी का आधा हिस्सा उसके(रिनी) के नाम कर दिया था.मेरे लिए उनका ऐसा करना शॉकिंग था. उसके बाद रिनी जब घर आई तो उसकी तबियत काफी खराब थी. मेरे पिता ही वो व्यक्ति थे जो उसे हॉस्पिटल लेकर गए थे.”
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