यूक्रेन को मदद का विरोध कर निशाने पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दावेदार रामास्वामी

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के भारतीय मूल के दावेदार विवेक रामास्वामी उस समय अन्य दावेदारों के निशाने पर आ गए, जब उन्होंने यूक्रेन को अमेरिकी मदद का विरोध कर दिया।विवेक ने रिपब्लिकन पार्टी की एक डिबेट के दौरान कहा कि वह यूक्रेन को आर्थिक मदद देने के खिलाफ हैं और वह रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन का समर्थन नहीं करेंगे।

कैलिफोर्निया के सिमी वैली स्थित रीगन लाइब्रेरी एंड म्यूजियम में रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की डिबेट में विवेक रामास्वामी ने यूक्रेन युद्ध में रूस के खिलाफ अमेरिका की मदद का विरोध किया। रामास्वामी ने कहा कि चीन असली दुश्मन है और हम यूक्रेन को युद्ध में समर्थन देकर रूस को चीन के पाले में धकेल रहे हैं। हमें इस संकट के समाधान के लिए कोई बेहतर योजना बनानी चाहिए।

डिबेट में यूक्रेन के मसले पर रामास्वामी अलग-थलग पड़ गए और अन्य उम्मीदवारों ने इस मुद्दे पर रामास्वामी के खिलाफ हमला बोल दिया। पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि अगर पुतिन को यूक्रेन पर कब्जा करने दिया जाता है, तो यह एक तरह से चीन के लिए हरी झंडी होगी कि वह ताइवान पर हमला कर दे।

अन्य उम्मीदवार और न्यूजर्सी के पूर्व गवर्नर क्रिस क्रिस्टी ने कहा कि यूक्रेन में लड़ने के लिए चीन, रूस की मदद कर रहा है। ईरान, रूस को हथियार उपलब्ध करा रहा है और उत्तर कोरिया भी ऐसा कर रहा है। अगर हम पुतिन को यूक्रेन लेने देंगे, तो अगला नंबर फिर पोलैंड का होगा।