तुलसी के पत्ते बहुत सारी बीमारियों के लिए फायदा करते हैं, और ऐसे ही शहद भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। तुलसी के पत्ते चबाकर नहीं खाने चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद लेड दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए इन्हें पानी में या खाने में मिलाकर सेवन किया जाता है।
मलेरिया से बचाएं
तुलसी में किटाणुनाशक और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। एंटी-बायोटिक बुखार कम करने के लिए भी ज़रूरी होता है। यह इंफेक्शन की वजह से होने वाली बीमारियों और मलेरिया से भी राहत देती है। आयुर्वेद के अनुसार, जो इंसान बुखार से पीड़ित हो उसे तुलसी का काढ़ा बहुत ही फायदा करता है। इसे बनाने के लिए तुलसी की कुछ पत्तियों को आधे लीटर पानी में इलायची पाउडर और शहद मिलाएं। इसे तब तक के लिए उबाले जब तक यह मिक्सचर आधा न रह जाए। इसके बाद से पीएं।
पत्थरी दूर करें
किडनी की पथरी को निकालने के लिए तुलसी की पत्तियों के जूस को शहद के साथ मिलाकर 6 महीने तक रोज पिएं। तुलसी में मौजूद एसेटिक एसिड और दूसरे तत्व किडनी की पथरी को गलाने का काम करते हैं।
स्मोकिंग की छूट जाती है लत
तुलसी में शक्तिशाली एंटी-स्ट्रेस तत्व होने के कारण यह स्मोकिंग छोड़ने में मददगार हो सकती है। जिस स्ट्रेस की वजह से लोग धूम्रपान के आदी हो जाते हैं, तुलसी की पत्तियां उस स्ट्रेस लेवल को कम कर देती हैं। रोजाना एक कप उबले हुए पानी में तुलसी और शहद मिलाकर लगाएं।
मुंहासे होते है कम
तुलसी के पत्ते और नींबू का रस मिलाकर पीने से दाद खाज ,चेहरे झाइयां, कील मुंहासे और अन्य त्वचा रोगों पर लगाने से आपको तुरंत आराम मिलेगा।
दिल के फायदेमंद
तुलसी में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व- युगेनॉल होता है। यह तत्व ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके दिल का देखभाल करता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए रोज खाली पेट सूखी तुलसी की पत्तियां चबाएं। इससे किसी भी तरह के हृदय संबंधी रोग दूर रहते हैं।
मॉर्निंग सिकनेस को रोकने के लिए
गर्भवती महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होती है। रोजाना सुबह तुलसी और शहद से बनी चाय पीने से प्रेगनेन्सी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस के समय भी खाली पेट ले सकते हैं।