मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजस्थान सरकार पर हमला बोलते हुए आज कहा कि राज्य विकास की दौड़ में बुरी तरह पिछड़ गया है और तुष्टिकरण यहां की सरकार का मूल मंत्र है।
श्री चौहान चुनाव प्रचार के सिलसिले में इन दिनों जयपुर में हैं। इस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि राज्य में बहन और बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है। तुष्टिकरण राजस्थान की सरकार का, मूलमंत्र रहा है, हिंदू त्याहारों पर धारा 144 लगा देना, शोभायात्राओं पर प्रतिबंध लगा देना, पूरा देश हैरान था कि कैसे उदयपुर में एक व्यक्ति की गर्दन काट दी गई। कांग्रेस ने राज्य को अपराधों का गढ़ बना दिया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान, विकास की दौड़ में बुरी तरह पिछड़ गया। भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया।श्री चौहान ने कहा कि राजस्थान सरकार साढ़े चार साल रिसोर्ट में रही और अंतिम 6 महीने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निकलकर आए और घोषणाएं करनी शुरु कर दीं।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने जो कहा, वो किया। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में लाड़ली बहना योजना का उदाहरण दिया। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि राजस्थान में कहते रहे, किया कुछ नहीं और इसलिए अब पूरा विश्वास है कि राजस्थान में भारी बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी फिर से लौट के आ रही है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए श्री चौहान ने कहा कि इनकी पुरानी गारंटी एक भी पूरी नहीं हुई, ना किसानों का कर्जा माफ हुआ, ना बेरोजगारों को भत्ता मिला, काठ की हंडी एक बार चढ़ती है बार-बार नहीं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संदर्भ में उन्होंने कहा कि ये डरे हुए हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा, अब भ्रष्टाचार में डूबी हुई कांग्रेस परेशान है। मोदी जी किसी भी भ्रष्ट और बेईमान को छोड़ेंगे नहीं, इससे डरकर ये ऊटपटांग टिप्पणीयां करते हैं।