पुणे पुलिस ने नासिक में दो स्थानों पर छापा मारा और ड्रग डॉन ललित पाटिल की दो महिला सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने गुरुवार को ये जानकारी दी। इससे पहले डॉन ललित पाटिल को मुंबई पुलिस ने चेन्नई के पास एक जगह से गिरफ्तार किया था।
महिलाओं को बुधवार-गुरुवार की रात उनके घरों से पकड़ा गया और फिर पुणे लाया गया, जहां गुरुवार दोपहर उन्हें रिमांड के लिए मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा। उनकी पहचान प्रज्ञा कांबले और अर्चना निकम के रूप में हुई है, और कहा जाता है कि पाटिल ने अपनी गलत कमाई की संपत्ति नकदी, चांदी और सोने के आभूषणों के रूप में अपने पास सुरक्षित रखी है।
पुणे पुलिस का ये एक्शन तब सामने आया जब उसे 2 अक्टूबर को ससून अस्पताल से पाटिल के कथित रूप से ‘भागने’ के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। पाटिल मुंबई पुलिस के जाल में फंसने से पहले 15 दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में भागता रहा।
एक पुलिस अधिकारी ने मीडियाकर्मियों को बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नासिक की दो महिलाएं, जिन्हें पाटिल की ‘गर्लफ्रेंड’ बताया गया है, मुंबई और पुणे पुलिस टीमों को चकमा देने के लिए पाटिल के साथ लगातार संपर्क में थीं।
दो सप्ताह तक भागने के दौरान, पाटिल ने अर्चना निकम के साथ एक दिन बिताया और फिर अपने खर्चों के लिए दोनों महिलाओं से 25 लाख रुपये नकद लिए। बाद में, वो पुणे से नासिक, धुले से छत्रपति संभाजीनगर तक मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर घूमता रहा, फिर दक्षिण गुजरात के सूरत में प्रवेश किया। वहां से कर्नाटक और फिर तमिलनाडु चला गया। पाटिल 23 अक्टूबर तक मुंबई पुलिस की हिरासत में है। पुलिस ने कहा कि वे उसके ड्रग नेटवर्क का पता लगाएगी।