प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपातकाल विरोधी आंदोलन के नायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर बुधवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनकी निस्वार्थ सेवा लोगों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।
मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी एवं ‘जेपी’ के नाम से जाने जाने वाले जयप्रकाश नारायण को ‘संपूर्ण क्रांति’ के प्रणेता के रूप में याद किया। जयप्रकाश नारायण ने ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ जनता को एकजुट करने के लिए दिया था, जिसने 1975 में आपातकाल लगाया था।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ”संपूर्ण क्रांति के जनक लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। वे जीवनपर्यंत भारतीय लोकतंत्र को सशक्त करने की दिशा में प्रयासरत रहे। उनका निस्वार्थ सेवा भाव देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।”
जयप्रकाश नारायण का जन्म 1902 में बिहार में हुआ था और वह देश में अग्रणी समाजवादी में से एक बनकर उभरे।मोदी ने भारतीय जनसंघ के नेता नानाजी देशमुख को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”भारत रत्न नानाजी देशमुख को उनकी जन्म-जयंती पर मेरी आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। उन्होंने देश के गांवों और जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका त्याग और सेवा भाव हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े देशमुख ने इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के समन्वय में ‘जेपी’ के साथ सक्रिय रूप से सहयोग किया और बाद में समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए स्वेच्छा से राजनीति छोड़ी। उनका जन्म 1916 में महाराष्ट्र में हुआ था।