Meta ने अपनी रिटर्न टू ऑफिस पॉलिसी पर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने घोषणा की है कि कर्मचारियों को इस पॉलिसी का पालन करना होगा नहीं तो उनको फायर कर दिया जाएगा. मेटा के एचआर हेड लोरी गोलेर ने कंपनी के इंटर्नल प्लेटफॉर्म वर्कप्लेस पर एक मेल को अपडेट किया है. नई नीति यह निर्देश देती है कि किसी कार्यालय में नियुक्त कर्मचारियों को उसी कार्यालय से काम करना होगा या प्रति सप्ताह कम से कम तीन दिन व्यक्तिगत रूप से काम करना होगा. लेकिन जिन्होंने पहले ही पूरी तरह से रिमोट वर्क की परमीशन ली है, उनको छूट दी गई है.
अकाउंटेबिलिटी के लिए मेटा का मैनेजमेंट हर महीने निगरानी करेगा. पालन को ट्रैक करने के लिए मैनेजमेंट बैज और स्टेटस टूल इंफोर्मेशन को रिव्यू करेंगे. अगर कोई इसमें विफल होता है तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें रेटिंग में कटौती और टर्मिनेशन शामिल है. 5 सितंबर से यह पॉलिसी को एक्टिवेट किया जाएगा. यानी 3 हफ्ते का भी कम समय दिया गया है.
मेटा के स्पोकपर्सन ने कहा, ‘कंपनी की अन्य पॉलिसी की तरह बार-बार उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई होगी, जिसमें रेटिंग में कटौती और फिर भी गलती होती है तो टर्मिनेशनल शामिल है.’ मेटा भविष्य में डिस्ट्रिब्यूटिड वर्क के महत्व को स्वीकार करता है, विशेषकर टेक्नोलॉजी के रूप में.
जून में आया था RTO पॉलिसी
कंपनी ने शुरुआत में जून में अपनी आरटीओ प्लान पेश किया, जिसमें कहा गया था कि किसी कार्यालय में काम करने के लिए नियुक्त कर्मचारियों को सप्ताह में कुछ दिनों के लिए वापस आना चाहिए. यह घोषणा कार्यालय के काम के लाभों के लिए सीईओ मार्क जुकरबर्ग की सार्वजनिक और आंतरिक वकालत के अनुरूप है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि अपने करियर के शुरुआती दौर में इंजीनियर सप्ताह में कम से कम तीन दिन टीम के साथियों के साथ व्यक्तिगत रूप से काम करते समय बेहतर प्रदर्शन करते हैं, हालांकि इस विश्लेषण के विशिष्ट विवरण खुलासा नहीं किया गया.
यह भी पढे –
आठ साल की उम्र में संगीत का स्वाद चखने लगी थीं Kanika Kapoor, फिर ऐसे बनीं बॉलीवुड की ‘बेबी डॉल’