हेल्थी गट के लिए क्या है जरूरी प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स आइए जाने

हमारे शरीर का पाचन तंत्र शरीर क्रिया प्रणाली में मुख्य भूमिका निभाता है। पाचन तंत्र  सही ढंग से काम कर की इसके लिए जरूरी है की हम सभी ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करे जिससे शरीर में पाचक रसों के साथ साथ और शरीर के लिए अच्छे गुड बैक्टीरिया का भी निर्माण बना रहे अब अगर हम गुड बैक्टीरिया की बात कर रहे है तो इनमें प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स दोनों ही तरह के खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं।

हम सभी ने प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक फूड्स के बारे में पहले से ही सुना होगा। इन दोनो का ही सेवन हमारे पाचन तंत्र के लिए बेहद जरूरी है। पेट से जुड़ी समस्या जैसे एसिडिटी, गैस और कब्ज से हमारा बचाव करने में सक्षम है। ज्यादातर प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल वजन कम करने की सहायक होता है। साथ ये हमारी आंतों के लिए भी अच्छे होते हैं। बात करते है  प्रीबायोटिक्स की तो ये आंत में प्रोबायोटिक्स का पोषण करते हैं। प्रोबायोटिक्स के स्रोत में दही, पनीर शामिल है। प्रीबायोटिक्स के आहार फाइबर है, जो हमको लहसुन, प्याज, दलिया और जौ में से प्राप्त होते है। प्रीबायोटिक हमारे पेट में रहने वाले गुड बैक्टीरिया को आसानी से पचा सकते हैं। प्रोबायोटिक फर्मेंटेड फूड्स होते हैं, जिनमें लैक्टोबैसिलस जैसे अन्य बैक्टीरिया होते हैं।

प्रोबायोटिक

प्रोबायोटिक्स की बात की जाए तो हमारे लिए बेगमहाद फायदेमंद होते है। इनके हम खा सकते हैं और पचा सकते हैं। हमारे पेट में जो बैक्टीरिया पेट जाते है  उनके लिए फायदेमंद होते हैं। ये कुछ फर्मेंटेड फूड्स में होते है।

योगर्ट

योगर्ट को प्रोबायोटिक्स का सबसे अच्छा स्रोत कहा जाता है। इसका सेवन शरीर को ठंडक पहुंचाता है साथ ही इसमें लैक्टोबैसिलस और बिफीडोबैक्टीरियम  बैक्टीरिया भी शामिल होते हैं। जोकि हमारे पाचन को दुरुस्त रखते है

फर्मेंटेड सब्जियां

फर्मेंटेड सब्जियां जैसे किमची, अचार और अन्य फर्मेंटेड सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में फर्मेंटेशन के दौरान प्रोबायोटिक्स का इन खाद्य पदार्थों का उत्पादन होता हैं।

प्रीबायोटिक

प्रीबायोटिक्स के आहार फाइबर है, जो हमको लहसुन, प्याज, दलिया और जौ में से प्राप्त होते है। प्रीबायोटिक हमारे पेट में रहने वाले गुड बैक्टीरिया को आसानी से पचा सकते हैं। प्रोबायोटिक फर्मेंटेड फूड्स होते हैं, जिनमें लैक्टोबैसिलस जैसे अन्य बैक्टीरिया होते हैं।

सेब

सेब में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर जैसे  कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। इनके सेवन से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया को कम होते है और  गुड गट बैक्टीरिया को बढ़ाती है।

ओट्स

ओट्स में हाई फाइबर पाया जाता है। इसमें बीटा-ग्लूकन, फाइबर और स्टार्च होता है, जो शरीर में गुड आंत के बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते है।

प्याज

प्याज भी प्रीबायोटिक्स किंतरह काम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनोइड भी पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर में कैंसर की रोकथाम में सहायता करते हैं।

प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स दोनों ही हमारे शरीर के लिए उपयोगी है।दोनो ही एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जैसा आपको पता है की अगर एक शरीर में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है, तो दूसरा इसका खाना की तरह काम करता है। दोनों का ही सेवन हमारे पाचन तंत्र को ठीक रखता हैं।

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