समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों का कहना है ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडो ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में इजरायल से जुड़े एक जहाज पर कब्जा कर लिया है. ये जहाज यूएई से भारत आ रहा था और इस पर पुर्तगाल का झंडा लगा था। जहाज को कब्जा किए जाने के ठीक बाद इजरायली सेना के प्रवक्ता ने एक वीडियो जारी कर ईरान को धमकी दी कि अगर तेहरान ने स्थिति को और बिगाड़ा तो उसे गंभीर अंजाम भुगतना होगा.
जानकारी के अनुसार ईरानी नौसेना के कमांडो ने शनिवार को यूएई से भारत आ रहे एक जहाज को पकड़ लिया। जहाज से उतरे ईरानी कमांडो ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में इस घटना को अंजाम दिया. यह जहाज एक इजरायली बिजनेसमैन का है और भारत के मुंबई बंदरगाह पर आ रहा था.
मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भारत भी पूरी तरह सतर्क है. इस बीच ईरान ने एक इजरायली जहाज को अपने कब्जे में ले लिया है, जिससे भारत के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. इस जहाज पर सवार 25 सदस्यों में से 17 भारतीय नागरिक हैं। भारत इस मामले में ईरान के अधिकारियों से लगातार संपर्क में है. नई दिल्ली ने भारतीय नागरिकों को छुड़ाने के लिए अपने राजनयिक माध्यमों से ईरान पर पूरा दबाव बना दिया है. सूत्रों का कहना है कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए तेहरान और दिल्ली दोनों ही राजनयिक माध्यमों से ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं.
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा, ईरान दुनिया में आतंकवाद का सबसे बड़ा प्रायोजक है। इसके आतंकी नेटवर्क से इजराइल ही नहीं, गाजा, लेबनान और सीरिया के लोगों को भी खतरा है। ईरानी शासन यूक्रेन और उससे आगे के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि अगर मामला बिगड़ा तो ईरान को परिणाम भुगतने होंगे. इजराइल हाई अलर्ट पर है. हम ईरान के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं.
इस बीच इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया है. इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से शुक्रवार (12 मार्च) को एक ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की गई। इसमें भारतीयों को अगली सूचना तक ईरान और इजराइल देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.
इस एडवाइजरी में मंत्रालय ने उन सभी भारतीयों से भी आग्रह किया है जो फिलहाल ईरान और इजरायल में रह रहे हैं. इन देशों में रहने वाले सभी नागरिकों को तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी गई और खुद को पंजीकृत कराने के लिए भी कहा गया.
ऐसी घटना तब सामने आई है जब इजराइल-हमास युद्ध के कारण ईरान के साथ तनाव बढ़ गया है. ईरान ने यह भी दावा किया है कि यह जहाज़ ‘यहूदी शासन’ से जुड़ा है. जहाज के संचालक, इतालवी-स्विस समूह एमएससी ने पुष्टि की है कि ईरानी अधिकारी जहाज पर चढ़ गए हैं.
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