डांसिग स्टाइल और कॉमेडी अभिनय से दर्शको के दिलों मे खास पहचान बनाने वाले गोविंदा हुये 60 के

बॉलीवुड में अपनी डांसिग स्टाइल और कॉमेडी अभिनय से दर्शको के दिलों मे खास पहचान बनाने वाले गोविंदा आज 60 वर्ष के हो गये। 21 दिसंबर 1963 में जन्में गोविन्दा फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता अरूण आहूजा अभिनेता जबकि मां निर्मला देवी चालीस के दशक में अभिनेता-अभिनेत्री के तौर पर फिल्मों में काम करते थे।

बचपन के दिनो से हीं गोविन्दा भी अभिनेता बनने का ख्वाब देखा करते थे।गोविन्दा ने अपने सिने करियर की शुरूआत वर्ष 1986 में प्रदर्शित फिल्म इल्जाम से की। इस फिल्म में उन पर फिल्माया यह गीत‘स्ट्रीट डांसर ’काफी लोकप्रिय हुआ।इस फिल्म की सफलता के बाद गोविन्दा की छवि एक डांसिग स्टार के रूप में बन गयी और फिल्मकारो ने उनकी इसी छवि को अपनी फिल्मों में जमकर भुनाया।इल्जाम में गोविन्दा की जोड़ी नीलम के साथ काफी पसंद की गयी।इस फिल्म के बाद नीलम और गोविन्दा ने कई फिल्मों में एक साथ काम किया ।इन फिल्मों में लव 86.खुदगर्ज, हत्या, सिंदूर, फर्ज की जंग, ताकतवर और दो कैदी शामिल है।

गोविन्दा के सिने सफर में उनकी जोड़ी डेविड धवन के साथ काफी पसंद की गयी। वर्ष 1989 में गोविन्दा ने निर्देशक डेविड धवन के साथ पहली बार ताकतवर में काम किया। इस फिल्म को टिकट खिड़की पर औसत सफलता प्राप्त हुयी लेकिन इस फिल्म के बाद डेविड धवन और गोविंदा की जोड़ी बन गयी और दोनो ने कई फिल्मों में एक साथ काम कर दर्शकों का मनोरंजन किया।

वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म ‘आंखे’गोविन्दा के सिने करियर की सर्वाधिक कामयाब फिल्म में शुमार की जाती है। इस फिल्म में एक बार फिर गोविन्दा ने अपने पसंदीदा निर्देशक डेविड धवन के साथ काम किया। हास्य से परिपूर्ण इस फिल्म में गोविंदा ने दोहरी भूमिका निभाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। यह फिल्म भारतीय सिनेमा जगत के इतिहास में ब्लॉक बस्टर फिल्मों में शुमार की जाती है। आंखे की ब्लॉक बस्टर सफलता के बाद गोविन्दा-डेविड की जोड़ी ने एक से बढ़कर एक फिल्म बनाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

इन फिल्मों में कुली नंबर वन, हीरो नंबर वन, साजन चले ससुराल, बड़े मियां छोटे मियां, राजा बाबू, दीवाना मस्ताना, दुल्हे राजा, हसीना मान जायेगी, जोड़ी नंबर वन और पार्टनर आदि शामिल है। 2000 के दशक मे गोविन्दा की फिल्मों को अपेक्षित सफलता नही मिल सकी। वर्ष 2000 में प्रदर्शित फिल्म शिकारी ने गोविन्दा ने अपने सिने करियर का पहला नेगेटिव किरदार निभाया जिसके लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार भी दिया गया।

गोविन्दा के सिने करियर में उनकी जोड़ी अभिनेत्री करिश्मा कपूर के के साथ काफी पसंद की गयी। उनकी जोड़ी सबसे पहले वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म ‘मुकाबला’ में एक साथ पसंद की गयी। बाद में उनकी जोड़ी को फिल्मकारों ने अपनी फिल्मों में दुबारा लिया। इन फिल्मों में राजा बाबू, दुलारा, खुद्दार, कुली नंबर वन, साजन चले ससुराल, हीरो नंबर वन, हसीना मान जायेगी, शिकारी जैसी फिल्में शामिल है। करिश्मा कपूर के अलावा गोविन्दा की जोड़ी किमी काटकर, रवीना टंडन और शिल्पा शेट्टी के साथ भी काफी पसंद की गयी।

फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद गोविन्दा ने समाज सेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया और वर्ष 2004 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर लोकसभा के सदस्य बने। वर्ष 2007 में प्रदर्शित फिल्म पार्टनर की सफलता के बाद गोविन्दा एक बार फिर से अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गये।गोविन्दा ने अपने तीन दशक के करियर में लगभग 130 फिल्मों में काम किया है। गोविंदा की चर्चित फिल्मों में कुछ है लव 86, जीते है शान से, हत्या, घर घर की कहानी, जंगबाज, जैसी करनी वैसी भरनी, घराना, हम, भाभी, गैंबलर, भागमभाम, होली डे आदि।