तुलसी हमारी दैनिक दिनचर्या के लिए बहुत ही कारगर है.ये सर्दी, खांसी सहित त्वचा से संबंधी कई प्रॉब्लम का समाधान कर सकती है। सुबह खाली पेट इसका उपयोग हेल्थ के लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है।तुलसी की पत्तियों को को हम पूजा – पाठ में भी उपयोग करते है। ये हेल्थ की दृष्टि से भी बहुत ही अच्छा माना जाता है। तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।आइये जानते है तुलसी के फायदे :-
नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर:-
तुलसी में बहुत से विटामिन और जिंक की मात्रा पाई जाती है। इसको नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर भी कहा जाता है यह शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रखता है। तुलसी से इम्यूनिटी को भी बढ़ावा मिलता है।
श्वसन संबंधी समस्याओं से छुटकारा :-
तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी की पत्तियों के रस, शहद और अदरक को एक साथ मिलाकर पीने से ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, इन्फ्लूएंजा, खांसी और सर्दी में फायदा मिलता
हार्ट डिजीज के ट्रीटमेंट और प्रीवेंशन पर गहरा प्रभाव :-
तुलसी ब्लड में लिपिड सामग्री को कम कर, इस्किमिया और स्ट्रोक को दबाकर, हाई ब्लड प्रेशर को कम करके और अपने उच्च एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज के कारण हार्ट डिजीज के ट्रीटमेंट और प्रीवेंशन पर गहरा प्रभाव डालती है।
तनाव को कम करता है:-
तुलसी में ओसिमुमोसाइड्स ए और बी कंपाउंड होते हैं। ये कंपाउंड तनाव को कम करते हैं और मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और डोपामाइन को संतुलित करते हैं। तुलसी के एंटी इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो सूजन और ब्लड प्रेशर को सामान्य रहने में मदद करता है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ :-
पब मेड सेंट्रल के अनुसार तुलसी के कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ हैं। एक थका देने वाले दिन के बाद तुलसी की चाय का सेवन पुनर्जीवन प्रदान कर सकता है और तनाव और थकान को दूर करने में मदद कर सकता है। इसी तरह, लंबे समय तक पढ़ाई के दौरान तुलसी का चाय भी छात्रों की एकाग्रता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
माइक्रोऑर्गेनीज्म से लड़ने में सहायक :-
तुलसी को कैंडिडा अल्बिकन्स, एस्चेरिचिया कोली और स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसे विभिन्न माइक्रोऑर्गेनीज्म से लड़ने के लिए माइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती हैं। इस गुण का श्रेय इसके विभिन्न भागों में मौजूद फाइटोकंस्टिट्यूएंट्स को दिया जाता है।
डायबिटीज मरीजों के लिए लाभदायक :-
तुलसी के पत्तों में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है जो डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।तुलसी और नीम के अर्क को पिने से ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सकता है।
किडनी की पथरी को यूरिन के माध्यम से बाहर निकालने में मदद:-
तुलसी की पत्तियों का उपयोग किडनी को मजबूत बनाने के लिए की जाती है। तुलसी के पत्तों के अर्क को शहद के साथ पिने से किडनी की पथरी को यूरिन के माध्यम से बाहर निकालने में मदद मिलती है।
तुलसी त्वचा के लिए है बेहद सुरक्षित :-
तुलसी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है, त्वचा पर इसका उपयोग किया जा सकता है। आप इसे अपनी त्वचा पर अप्लाई कर सकती हैं। इसका उपयोग एक्ने, त्वचा संक्रमण, काले धब्बों को हल्का करने और स्किन टेक्सचर में सुधार करने के लिए किया जाता है।
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