चुकंदर अपने चमकीले लाल रंग के लिए जाना जाता है। यह सब्जी बीटा-कैरोटीन, खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इससे कमजोरी दूर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। वहीं, एक नए अध्ययन में कहा गया है कि चुकंदर के सेवन से मधुमेह प्रबंधन में काफी मदद मिलती है।दरअसल, चुकंदर में नाइट्रेट पाया जाता है। जब आप चुकंदर खाते हैं तो यह शरीर में पहुंचकर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है, जो नसों को खोलने और ब्लड प्रेशर को संतुलित करने का काम करता है। चूँकि मधुमेह में रक्त संचार धीमा हो जाता है और इसके कारण मधुमेह रोगियों में कई समस्याएँ (मधुमेह संबंधी जटिलताएँ) भी हो सकती हैं। ऐसे में चुकंदर का सेवन करने से मदद मिलती है। इसी तरह डायबिटीज के भी ये फायदे हैं-
डायबिटीज में चुकंदर के सेवन के फायदे
ब्लड शुगर लेवल नहीं होता स्पाइकचुकंदर एक कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला भोजन है जो रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाता है।
पाचन में सुधार करता है.
आहारीय फाइबर से भरपूर होने के कारण यह पाचन में सुधार करता है। मधुमेह के रोगियों में धीमी पाचन क्रिया की समस्या भी आम है, जिसके कारण वे पेट में भारीपन और अपच जैसी समस्याओं से पीड़ित रहते हैं। ऐसे में चुकंदर का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
वेट लॉस
बीटरूट खाने से मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है जिससे वेट लॉस की प्रक्रिया तेज होती है। कई स्टडीज में यह साबित किया गया है कि वजन कम करने से डायबिटीज मैनेजमेंट में भी मदद होती है।
डायबिटीज मरीजों को चुकंदर का सेवन कैसे करना चाहिेए?
जैसा कि डायबिटीज में किसी भी फूड का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, ऐसे में चुकंदर का सेवन भी सावधानी से करना चाहिए। डायबिटीज में चुकंदर का सेवन करते समय इन बातों का ध्यान रखें-
- आधा गिलास चुकंदर का जूस भोजन से 1 घंटा पहले पीएं।
- खाने से आधा घंटा पहले आप चुकंदर के टुकड़े सलाद के साथ खा सकते हैं।
- दिन में एक बाद एक कटोरी उबली हुई चुकंदर पर काला नमक छिड़ककर खा सकते हैं।
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