लोकसभा चुनाव 2024 में दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. खड़गे ने पीएम से कहा कि वह कांग्रेस के घोषणापत्र पर गलतबयानी न करें.उन्होंने अपने पत्र में कहा कि वह उनसे मिलकर अपनी पार्टी के घोषणापत्र के बारे में तथ्य स्पष्ट करना चाहते हैं, ताकि देश के प्रधानमंत्री होने के नाते वह कोई ऐसा बयान न दें जो गलत हो.
लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने संपत्ति के बंटवारे को लेकर राजस्थान के बांसवाड़ा में कांग्रेस के घोषणा पत्र का जिक्र किया था।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि वह उनसे मिलकर अपनी पार्टी के घोषणापत्र के बारे में तथ्य स्पष्ट करना चाहते हैं, ताकि देश के प्रधानमंत्री होने के नाते वह कोई ऐसा बयान न दें जो गलत हो.
खड़गे ने यह पत्र लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कांग्रेस पर ‘संपत्ति पुनर्वितरण’ और ‘विरासत कर’ को लेकर लगाए गए आरोपों के बाद लिखा है..पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए मुस्लिम समुदाय पर टिप्पणी की थी. पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में जो कहा है वह झूठ है. कांग्रेस के 50 पन्नों के घोषणा पत्र में कहीं भी संपत्ति बंटवारे का जिक्र नहीं है.
पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पीएम मोदी से मिलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वो पीएम मोदी से खुद मिलकर उन्होंने ये बताना चाहते हैं कि संपत्ति के बंटवारे का कोई जिक्र कांग्रेस मेनिफेस्टो में नहीं है।कांग्रेस ने पत्र लिखते हुए पीएम मोदी से मिलने की मांग की। पत्र में मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा,”कांग्रेस न्याय पत्र का उद्देश्य युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों और सभी जातियों और समुदायों के हाशिए पर रहने वाले लोगों को न्याय प्रदान करना है।
आपके (प्रधानमंत्री मोदी) सलाहकारों द्वारा आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है जो हमारे घोषणापत्र में भी नहीं लिखी गई हैं। मैं इससे भी अधिक हमारे न्याय पत्र को समझाने के लिए आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहता हूं ताकि देश के प्रधानमंत्री के रूप में आप कोई भी गलत बयान न दें।”
कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा, “संदर्भ से हटकर कुछ शब्दों को पकड़ लेना और सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना आपकी आदत बन गई है। आप इस तरह से बोलकर कुर्सी की गरिमा कम कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री द्वारा अपने हालिया भाषणों में इस्तेमाल की गई भाषा से न तो हैरान हैं और न ही आश्चर्यचकित हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और राहुल गांधी के विवादित बयानों से चुनाव आयोग ने भी आज चिंता जाहिर की। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस मामले पर 29 अप्रैल के सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है।
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