फेफड़ों का कैंसर सबसे आम कैंसरों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया भर में कैंसर से होने वाली लगभग 5 में से 1 मौत फेफड़ों के कैंसर के कारण होती है। यह अनुमान लगाया गया है कि फेफड़े के कैंसर के कारण हर साल स्तन कैंसर, पेट के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर की तुलना में अधिक मौतें होती हैं।चूंकि, इस बीमारी और इसके जोखिम कारकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 1 अगस्त को विश्व फेफड़े का कैंसर दिवस मनाया जाता है। फेफड़ों के कैंसर के लिए धूम्रपान को सबसे बड़ा जोखिम कारक माना जाता है।
लगभग 80 प्रतिशत मामलों में धूम्रपान को कैंसर के लिए जिम्मेदार पाया गया है। हालाँकि, कुछ लोगों को यह अनुवांशिक और अन्य कारणों से भी हो सकता है। रेडॉन, एस्बेस्टस, आर्सेनिक, बेरिलियम और यूरेनियम सहित पर्यावरणीय कारकों के संपर्क में आने से इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा फैमिली हिस्ट्री, बॉडी, उम्र, छाती में रेडिएशन और फेफड़ों की बीमारी आदि भी फेफड़े के कैंसर का कारण बनती है। कुछ अध्ययनों ने सामान्य लोगों की तुलना में मधुमेह के रोगियों में फेफड़े के कैंसर होने की ज्यादा संभावना बताई है। इस विश्व लंग कैंसर दिवस के मौके पर हम आपको डायबिटीज और फेफड़े के कैंसर के बीच संबंध बता रहे हैं।
मधुमेह और फेफड़ों का कैंसर- बिना मधुमेह वाले लोगों की तुलना में, टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में फेफड़ों की बीमारी, विशेषकर कैंसर का खतरा अधिक होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मधुमेह के रोगियों में प्रतिबंधात्मक फेफड़ों की बीमारी (आरएलडी) का खतरा अधिक होता है। इस बीमारी के लक्षण सांस लेने में तकलीफ से शुरू होते हैं। यूके में किए गए शोध से पता चला है कि मधुमेह के रोगियों को अपने फेफड़ों पर सिगरेट पीने के प्रभाव से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
क्या होता है फेफड़े का कैंसर- लंग कैंसर क्यों होता है इसे जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि कैंसर क्या है ? शरीर में मौजूद सेल यानी कोशिकाओं की एक विशेषता होती है। एक उम्र के बाद वो खुद नष्ट हो जाती हैं। लेकिन कैंसर की बीमारी के बाद शरीर के उस अंग विशेष के सेल की वो विशेषता खत्म हो जाती है। वो कोशिकाएं मरती नहीं बल्कि दो से चार, चार से आठ के हिसाब से बढ़ती हैं। उनके स्वत: नष्ट होने की क्षमता खत्म हो जाती है। शरीर के जिस अंग की कोशिकाओं में ये दिक्कत आने लगती है, उसी अंग को कैंसर की उत्पत्ति की जगह माना जाता है।
फेफड़े के कैंसर से बचाव- लंग कैंसर से बचने के उपाय के लिए आपको फेफड़ो को हेल्दी रखना होगा। अगर आप अपने लंग की हेल्थ का ख्याल रखते हैं तो लंग कैंसर से आसानी से बच सकते हैं। सबसे पहले तो आपको किसी भी प्रकार के धूम्रपान या सिगरेट पीने की आदत को छोड़ना होगा। दूसरी बात अगर आप ऐसे शहर में रहते हैं जहां कि हवा प्रदूषित है तो आपको मास्क लगाकर चलना होगा। तीसरी बात लंग मजबूत रहें इसके लिए नियमित एक्सरसाइज भी करनी होगी।
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