सभापति पर टिप्पणी से धनखड़ नाराज

संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को लगातार चौथे दिन राज्यसभा में नारेबाजी और हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे, फिर अपराह्न दो बजे और भोजनावकाश के बाद तीन बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

सभापति जगदीप धनखड़ ने भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरु करने के लिए आसन ग्रहण किया तो कांग्रेस समेत समस्त विपक्ष के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गये और जोर-जोर से बोलने लगे। इस पर श्री धनखड़ ने कार्यवाही शुरु होते ही सदन की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।

इस बीच कांग्रेस के किसी सदस्य ने सभापति पर कोई टिप्पणी कर दी जिससे श्री धनखड़ ने पुन आसन ग्रहण किया और कहा कि कांग्रेस के पी चिदंबरम वरिष्ठ सदस्य हैं, सभापति पर ऐसी टिप्पणियां नहीं होनी चाहिए। इस पर श्री चिदंबरम ने कुछ कहने का प्रयास किया तो श्री धनखड़ ने कहा कि सोशल मीडिया पर सभापति पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं और पीठ की गरिमा को तार-तार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मेरी पृष्ठभूमि पर टिप्पणियां हो रही है। किसान का अपमान हो रहा है। यह गंभीर मामला है। इस यह ठीक नहीं है। उन्होंने विपक्ष के एक सदस्य द्वारा सदन का वीडियो बनाने पर गहरी नाराजगी जताई। इसके बाद उन्होंने दोबारा घोषणा की सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित की जाती है।

इससे पहले सुबह के स्थगन के बाद 12 बजे जैसे ही सदन में पहुंचे विपक्षी सदस्यों ने जोर-जोर से बाेलते हुए अपनी मांग रखी। सभापति ने सदस्यों के आचरण पर अफसोस जताते हुए कहा कि सदन में सदस्यों का आचरण बहुत नीचे गिर गया है और गिरावट की भी हद होती है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सदन के एक वरिष्ठ सदस्य दूसरे सदस्य की वीडियोग्राफी कर रहे हैं और आसन की नकल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह बहुत शर्मनाक आचरण है। विपक्षी सदस्य इस बीच जोर-जोर से अपनी बात रखते रहे। इसी बीच सभापति ने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।सुबह भी विपक्षी सदस्यों के हंगामे और सदन में अव्यवस्था को देखते हुए सभापति ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी थी। इससे शून्यकाल और प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी।