कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर ‘इलेक्टोरल बॉन्ड’ घोटाले का आरोप लगाते हुए आज कहा कि कांग्रेस पार्टी के खाते ‘सीज़’ कर दिए गए हैं और केंद्र सरकार इस प्रकार की गतिविधियों से लोकतंत्र का गला घोंट रही है।श्री सिंह ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि कांग्रेस के सभी खाते सीज़ कर दिए गए हैं। पार्टी अब एक भी पैसा चुनाव में नहीं निकाल सकती।
इसी क्रम में उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई ऐसी कंपनियों की सूची देखिए, उन पर विभिन्न एजेंसियोंं की रेड पड़ी, इसके बाद उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से भाजपा को चंदा दिया और उन पर से केस साफ हो गए। उन्होंने इसे ‘हफ्ता वसूली’ की संज्ञा देते हुए कहा कि ऐसे 14 प्रकरण हैं, जहां रेड के बाद बॉन्ड खरीद कर भाजपा को चंदा दिया गया। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि नकली दवाओं की कई कंपनियां, जिनकी जांच चली थी, उन सब कंपनियों से भी भाजपा ने चंदा लिया।
श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शैल (बोगस) कंपनी समाप्त करने की बात कही थी, पर इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले ने इसका भी खुलासा कर दिया है।उन्होंने आरोप लगाया कि 31 साल पहले कांग्रेस ने जो रिटर्न भरा था, उस पर अब आयकर विभाग ने नोटिस दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कटाक्ष किया कि भाजपा सरकार महात्मा गांधी के समय का भी कोई केस तलाश लेगी, जिसमें कांग्रेस को नेाटिस दिया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय लगा हुआ आपातकाल कानून के तहत था, पर अब का आपातकाल असंवैधानिक है। इतिहास में पहली बार दो मुख्यमंत्रियोंं को जेल भेजा गया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव था, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि जेल जाना पसंद किया। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नोटिस मिलने पर हाजिर नहीं हुए। वो कांग्रेस के सहयोगी हैं, इसलिए उन्हें शिकार बनाया गया।
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