बुखार आने पर कही आप भी तो नहीं ले रहे है बार-बार पैरासिटामोल, जानिए इसके नुकसान

पुरे देश में डेंगू के केस बहुत ही तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में डेंगू या बुखार से छुटकारा पाने के लिए लोग हमेशा पैरासिटामोल का सहारा लेते हैं। जबकि लंबे समय तक इसे खाना स्वास्थ के लिए ठीक नहीं है। कुछ समय से देश के अलग-अलग हिस्सों में इस गंभीर बीमारी के मामले बढ़ने की न्यूज़ आ रही है। डेंगू एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जो मच्छरों के काटने पर होता है। अगर सही समय पर इसका उचित इलाज न किया जाये तो यह जानलेवा भी हो सकता है। तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।

डेंगू होने पर यह जरूरी है कि समय रहते इसका उचित इलाज किया जाए। डेंगू को हड्डीतोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू में होने वाले बुखार को कम करने के लिए लोग हमेशा दवाई का उपयोग करते हैं।

डेंगू के दौरान तेज बुखार, शरीर में दर्द या उल्टी जैसे लक्षण होने पर मरीज को पैरासिटामोल दिया जाता है। पैरासिटामोल को डेंगू के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है और यह बुखार जैसे अन्य संबंधित लक्षणों को कम करने में हेल्प करता है।

पैरासिटामोल दर्द के कारण का इलाज नहीं करती, बल्कि दर्द को कम करती है। यही वजह है कि सिरदर्द, माइग्रेन और पीरियड्स आदि के दर्द के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

पैरासिटामोल से होने वाले नुकसान:-

लंबे समय तक इसका उपयोग करने से सेहत पर बुरा असर हो सकता है। दरअसल, किसी भी अन्य दवा की ही तरह, पैरासिटामोल खाने के भी दुष्प्रभाव होते हैं। पेरासिटामोल खाने के कुछ हानिकारक प्रभावों में नींद आना, थकान, चकत्ते और खुजली शामिल हैं। इसके अलावा लंबे समय तक इसे खाने से निम्न समस्या भी हो सकती हैं।

थकान
सांस फूलना
उंगलियां और होंठ नीले पड़ जाना
एनीमिया
लिवर और किडनी को नुकसान
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो हृदय रोग और स्ट्रोक
पेट में दर्द
मतली
उल्टी
कोमा

डेंगू से बचाव के लिए अपनाए ये टिप्स :-

मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े और फुल पैंट पहनें।

बाहर जाने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।

अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा और रुके हुए पानी से मुक्त रखना भी महत्वपूर्ण है।

नियमित धूनी भी मच्छरों को दूर रखने में हेल्प कर सकती है।

यह भी पढ़ें:

हनुमान जी की पूजा के बाद बोली सुनीता केजरीवाल, सबका कष्ट दूर करें ,मेरी भी