बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और खांसी होना आम बात है, लेकिन कई बार यह छोटे संक्रमण गंभीर बीमारियों का रूप ले सकते हैं। ऐसी ही एक बीमारी है वॉकिंग निमोनिया, जो शुरुआत में मामूली लगती है लेकिन बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। यह एक फेफड़ों का संक्रमण है, जो धीरे-धीरे असर करता है और आम सर्दी-जुकाम की तरह दिखता है। इस कारण माता-पिता इसे गंभीरता से नहीं लेते और इलाज में देरी हो जाती है, जिससे समस्या बढ़ सकती है।
क्या है वॉकिंग निमोनिया?
यह एक हल्का फेफड़ों का संक्रमण है, जो मायकोप्लाज्मा न्यूमोनिए बैक्टीरिया के कारण होता है। इसे “वॉकिंग” निमोनिया इसलिए कहा जाता है क्योंकि इससे संक्रमित व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं दिखता और अपनी सामान्य दिनचर्या जारी रख सकता है। हालांकि, बच्चों में यह तेजी से फैल सकता है और सही समय पर इलाज न मिलने पर गंभीर रूप ले सकता है।
यह बीमारी कहां ज्यादा फैलती है?
स्कूलों और डे-केयर सेंटर में
भीड़भाड़ वाली जगहों पर
सर्दी के मौसम में ज्यादा एक्टिव रहता है
👉 डॉक्टर सलाह देते हैं कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाते समय बच्चों को मास्क पहनाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
बच्चों के लिए क्यों खतरनाक है?
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कमजोर होती है, जिससे वे संक्रमण की चपेट में जल्दी आ सकते हैं।
इसके लक्षण आम सर्दी-जुकाम जैसे लगते हैं, जिससे माता-पिता इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
अगर समय पर इलाज न मिले, तो यह फेफड़ों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है और बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
ठंड के मौसम में यह संक्रमण ज्यादा तेजी से फैलता है, इसलिए बच्चों का खास ख्याल रखना जरूरी है।
👉 अगर बच्चा मुंह खोलकर सांस लेने लगे या लगातार खांसता रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
वॉकिंग निमोनिया के लक्षण
इस बीमारी के लक्षण शुरुआत में हल्के होते हैं, लेकिन समय के साथ बढ़ सकते हैं:
✅ हल्का या तेज बुखार
✅ लगातार सूखी खांसी
✅ गले में खराश और सिरदर्द
✅ कमजोरी और थकान
✅ छाती में हल्का दर्द
✅ सांस लेने में हल्की दिक्कत
👉 अगर बच्चे में ये लक्षण नजर आएं और खांसी लगातार बनी रहे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
कैसे करें बचाव?
✅ बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और बाहर से आने के बाद।
✅ ठंडी हवा, धूल और धुएं से बचाएं, क्योंकि यह संक्रमण इन्हीं वजहों से तेजी से फैलता है।
✅ बच्चे की डाइट में पौष्टिक चीजें शामिल करें, जिससे उसकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे।
✅ ठंड के मौसम में गर्म कपड़े पहनाएं और बहुत भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचाएं।
✅ अगर बच्चा बीमार हो, तो उसे पर्याप्त आराम दें और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उसे घर पर ही रखें।
✅ डॉक्टर की सलाह से समय पर सही दवा शुरू करें ताकि बीमारी ज्यादा न बढ़े।
निष्कर्ष
वॉकिंग निमोनिया एक आम संक्रमण की तरह लगता है, लेकिन बच्चों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे इसके लक्षणों को पहचानें और तुरंत इलाज कराएं। साफ-सफाई, अच्छी आदतें और मजबूत इम्यूनिटी से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
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