बिगड़ती जीवनशैली, गड़बड़ खानपान की गलत आदतें और अन्य कई कारणों से आजकल लोगों को कई तरह की गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, शरीर में कोई भी बीमारी होने से पहले ही हमारा शरीर संकेत देने लगते हैं. इन संकेतों को अगर समय रहते पहचान कर इलाज शुरू कर दिया जाए तो इन प्रॉब्लम को और ज्यादा गंभीर होने से रोका जा सकता है. आज हम पैरों के तलवों में महसूस होने वाले कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जो कई गंभीर बीमारियों का संकेत देते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, पैरों के तलवों में जलन, गर्माहट, सुन्नपन, झुनझुनी सी महसूस हो तो इसे भूलकर भी अनदेखा न करें. खासतौर से अगर आपको रात में ये प्रॉब्लम परेशान करती है तो यह इन बीमारियों का संकेत हो सकता है.
डायबिटीक न्यूरोपैथी की प्रॉब्लम
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्लड शुगर अगर लंबे समय तक कंट्रोल में नहीं रहता है तो इससे ब्लड वेसल्स डैमेज होने लगती हैं. इसके कारण उसे सिग्नल मिलना बंद हो जाता है और झनझनाहट महसूस होती है.
विटामिन बी की कमी के वजह से
इसके अलावा पैरों में जलन के लिए पोषक तत्वों की कमी भी जिम्मेदार हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार आजकल अधिकतर लोग विटामिन बी 12, विटामिन बी 6, विटामिन बी 9 यानी फोलेट की कमी से जूझ रहे हैं और इन विटामिन की कमी के कारण तलवों में जलन पैदा हो सकती है. इससे पैर और मसल्स में तालमेल की कमी को पैदा हो सकती है.
एनीमिया के कारण
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी एनिमिया का कारण बनाती है, जो विटामिन B की कमी के कारण हो सकती है. ऐसे में अगर एनीमिया के साथ कमजोरी, सुस्ती और सांस फूलने में समस्या है तो ये विटामिन बी की कमी का संकेत हो सकता है.
हाइपोथायराइड की प्रॉब्लम
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार थायराइड ग्लैंड के अंडरएक्टिव होने की वजह से शरीर में थायराइड हार्मोंस इंबैलेंस हो जाते हैं और इसकी वजह से नर्व डैमेज होने लगता है. ऐसे में थायराइड ग्लैंड के एक्टिव ना होने के कारण पैरों में जलन की प्रॉब्लम होती है.
किडनी डिजीज की प्रॉब्लम
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार जब किडनी ठीक तरीके से काम करना बंद कर देती है तो इसके कारण ब्लड में टॉक्सिंस बनने लगते हैं. इस वजह से कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम शुरू होने लगती हैं. इन्हीं में से एक पेरीफेरल न्यूरोपैथी है जिसमे पैरों में जलन की प्रॉब्लम हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार करीब दस प्रतिशत से ज्यादा लोग किडनी डिसीज में पैर के निचले हिस्से में सूजन और जलन होती है.
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