चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह प्रधानमंत्री ली कियांग सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत आएंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने संक्षेप में एक बयान जारी कर कहा कि पीएम ली कियांग नौ और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
हालांकि, माओ ने शी चिनफिंग के सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत न आने का कोई कारण नहीं बताया।इससे पहले, 2021 में इटली में आयोजित जी-20 सम्मेलन में भी शी चिनफिंग शामिल नहीं हुए थे। उस समय कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण उन्होंने यह फैसला लिया था। शी इस सप्ताह इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता मेंह होने वाले आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ) और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री ली इस सम्मेलन में भी चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे।इससे पहले, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी भारत आने में अपनी असमर्थता व्यक्त की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस बारे में बातचीत की थी। गौरतलब है कि भारत में नौ और 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन होगा। इसका आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में होगा।
G20 में शामिल देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। इस ग्रुप में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।