प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ ने आवास और वाणिज्यिक परियोजनाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अगले तीन-चार साल में लगभग 80,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां पेश करने की योजना बनाई है।बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ ने 2022-23 के दौरान 15,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेची थीं। पहली तीन तिमाहियों में दर्ज कंपनी की बिक्री बुकिंग के आधार पर चालू वित्त वर्ष में इस संख्या को पार करने की तैयारी है।
निवेशकों की एक प्रस्तुति के अनुसार, डीएलएफ अगले वित्त वर्ष में एक करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र में परियोजनाएं पेश करने का लक्ष्य बना रही है। इससे 32,000 करोड़ रुपये का बिक्री लक्ष्य रखा गया है।इसने वित्त वर्ष 2024-25 और उससे आगे के लिए 46,850 करोड़ रुपये के अनुमानित राजस्व के साथ अन्य 2.2 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र को भी चिह्नित किया है।
अगले तीन-चार साल में बिक्री के लिए पेश होने वाली अधिकांश परियोजनाएं आवासीय होंगी और वह भी ‘लक्जरी’ और ‘अल्ट्रा लक्जरी’ खंड में। इनके लिए कंपनी का मुख्य ध्यान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर)-दिल्ली, मुंबई, गोवा और चेन्नई पर होगा।हाल ही में, डीएलएफ समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) विवेक आनंद ने विश्लेषकों को बताया कि सभी क्षेत्रों में मांग की गति निरंतर उत्साहजनक बनी हुई है।