‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ ने नमक यानी सोडियम कितनी खानी चाहिए इसे लेकर एक रिपोर्ट शेयर किया है. इसमें बताया गया है कि पूरी दुनिया में आए दिन मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं उसमें सबसे बड़ा कारण काफी ज्यादा मात्रा में सोडियम खाना है. सोडियम शरीर के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक माना जाता है. इसे अगर ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो दिल की बीमारी, स्ट्रोक और समय से पहले मौत का खतरा बढ़ सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नमक में सोडियम की मात्रा काफी अधिक होती है. इसलिए इसे जितना कम खाएंगे शरीर के लिए उतना ही अच्छा होता है.
ज्यादा नमक खाने से हाई बीपी
‘इंडिया टूडे’ में छपी खबर के मुताबिक ‘कार्डिएक साइंस डिपार्टमेंट’ के डायरेक्टर और प्रमुख, मेडिकवर हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई के सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. ब्रजेश कुमार कुंवर बताया कि ज्यादा मात्रा में नमक खाने हाई बीपी की समस्या हो सकती है. जिसके परिणामस्वरूप दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
इंडिया टूडे में छपी खबर के मुताबिक ‘कार्डिएक साइंस डिपार्टमेंट’ के डायरेक्टर और प्रमुख, मेडिकवर हॉस्पिटल्स, नवी मुंबई के सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. ब्रजेश कुमार कुंवर बताया कि ज्यादा मात्रा में नमक खाने हाई बीपी की समस्या हो सकती है. जिसके परिणामस्वरूप दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
खाने में ज्यादा नमक के यह हैं नुकसान
डिब्बाबंद और जंक फूड कम से कम खाएं क्योंकि इसमें काफी ज्यादा नमक होता है जो हाई बीपी की समस्या पैदा कर सकता है. डाइट में ताजे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज जरूर खाएं.
परिवार के सदस्यों के बीच अतिरिक्त नमक का इस्तेमाल न करें इसलिए खाने की टेबल से नमक और नमकीन सॉस हटा दें.
खाना पकाने के दौरान नमक पर निर्भर रहने के बजाय जड़ी-बूटियों, मसालों, लहसुन और खट्टे फलों का उपयोग करके अपने पसंदीदा व्यंजनों का स्वाद बढ़ाएं. हर किसी को आलू के चिप्स, फ्रेंच फ्राइज़ और क्रैकर जैसे नमकीन स्नैक्स खाने से बचना चाहिए. पैके वाले खाने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें काफी ज्यादा मात्रा में नमक होता है.
‘नेशनल हार्ट ब्रेन एंड लंग इंस्टीट्यूट ने एक आहार तैयार किया है जो उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए अच्छा होता है. इस आहार को डीएएसएच आहार कहा जाता है, जो उच्च रक्तचाप को रोकने के लिए काफी अच्छा होता है. खाने में कम सोडियम, उच्च मैग्नीशियम और पोटेशियम और हेल्दी फैट (जैसे मक्खन और घी) का एक सामान्य मात्रा होना चाहिए. इसके साथ-साथ सब्जियों और फलियों, फलों और कम वसा वाले दूध से भरपूर होना चाहिए.
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