श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने बुधवार को ईपीएफओ का डेटा जारी किया है, जिसके मुताबिक अक्टूबर 2022-23 के दौरान लगभग 7.72 लाख नए सदस्य ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा कवरेज के तहत आए हैं।इसमें नए युवा, महिलाओं के अलावा वे लाेग भी शामिल हैं, जो ईपीएफओ से बाहर चले गए लेकिन अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने की बजाय ईपीएफओ के अंतर्गत आने वाले प्रतिष्ठानों से जुड़कर नौकरी करने लगे।
सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक इनमें शामिल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग के 58.60 प्रतिशत और महिला सदस्यों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। ईपीएफओ से बाहर गए 11.10 लाख सदस्य दोबारा से शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली है। ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या पिछले 12 महीनों में सबसे कम रही।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और हरियाणा में ईपीएफओ के सदस्यों की संख्या में 58.92 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज हुई। होटल उद्योग, चाय प्रतिष्ठानों, व्यापारिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, भारी-भरकम रसायनों, जीवन बीमा,वार्षिकियां आदि की पेशकश करने वाली कंपनियों में काम करने वाले सदस्यों की कुल संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।