महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कार्तिकी एकादशी के अवसर पर पंढरपुर में भगवान विट्ठल के मंदिर में पूजा-अर्चना की और बाद में कहा कि सभी समुदायों को एक-दूसरे का सम्मान करने की जरूरत है और सभी को एक साथ प्रगति करनी चाहिए।
मराठा आरक्षण के मुद्दे पर फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार अपने वादों को पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।उन्होंने यह भी कहा कि हर समुदाय के अपने मुद्दे हैं, जिनका समाधान जरूरी है, अन्य समुदायों के खिलाफ घृणास्पद भाषा का उपयोग किए बिना इन चिंताओं को दूर करना महत्वपूर्ण है।विशेष रूप से, सकल मराठा समाज के सदस्यों ने मंदिर न्यास से कहा था कि मराठा समुदाय को कुनबी जाति प्रमाणपत्र जारी करने सहित उनकी अन्य मांगें पूरी होने तक पारंपरिक वार्षिक पूजा के लिए फड़णवीस को आमंत्रित न किया जाए।
स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक के बाद संगठन ने मंगलवार को अपना आंदोलन वापस ले लिया।उप मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी अमृता फडणवीस के साथ बृहस्पतिवार को तड़के सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में भगवान विट्ठल और देवी रुक्मणी के मंदिर में पूजा-अर्चना की।बाद में फडणवीस ने कहा कि उन्होंने भगवान विट्ठल का आशीर्वाद मांगा और प्रार्थना की कि राज्य के लोगों की सभी इच्छाएं पूरी हों।
विभिन्न समुदायों के बीच बढ़ते विवाद को लेकर पूछे जाने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने वारकरी संप्रदाय के मार्ग पर चलने की आवश्यकता पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि यह संप्रदाय किसी भी विशिष्ट जाति, धर्म और भाषा से परे है।फडणवीस ने कहा, ‘‘अगर हम ‘महाराष्ट्र धर्म’ की अखंडता को बनाए रखना चाहते हैं, तो सभी समुदायों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा और सभी को एक साथ प्रगति करनी होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि हर समुदाय के अपने मुद्दे हैं जिनका समाधान करना जरूरी है, अन्य समुदायों के खिलाफ घृणास्पद भाषा का उपयोग किए बिना इन चिंताओं को दूर करना महत्वपूर्ण है।’’मराठा आरक्षण की मांग के मुद्दे पर फडणवीस ने कहा, ‘‘मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हम सभी ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।’’