अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा कि इजराइल पर हमास का हमला विशुद्ध रूप से दुनिया पर थोपी गई एक बुराई है और इस हमले में कम से कम 14 अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं। बाइडन ने कहा कि इजराइल को नष्ट करना और यहूदी लोगों को मारना हमास का घोषित उद्देश्य है।
बाइडन ने व्हाइट हाउस से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ”हमारे जीवन में ऐसे क्षण आते हैं, जब दुनिया पर बुराई थोपी जाती है। इजराइल के लोग इस सप्ताहांत ऐसे ही एक क्षण से गुजरे। यह हमला आतंकवादी संगठन हमास द्वारा किया गया जो ऐसा समूह है जिसका घोषित उद्देश्य यहूदियों को मारना है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन इससे पहले इजराइल के प्रति अपने प्रशासन के समर्थन की प्रतिबद्धता जता चुके हैं। अमेरिका ने इजराइल के लिए समर्थन जुटाने और फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एक प्रमुख वैश्विक राजनयिक अभियान शुरू किया है।
हमास ने शनिवार को इजराइल पर श्रृंखलाबद्ध हमले किये जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। इजराइल ने इस हमले के जवाब में गाजा पर हवाई हमले किये हैं, जिसमें 800 से अधिक लोग मारे गए हैं।
बाइडन ने कहा, ”इजराइल पर किये गए इस हमले में 1,000 से अधिक नागरिकों को मार डाला गया। सिर्फ हत्या नहीं की गई बल्कि लोगों का कत्लेआम किया गया। इनमें कम से कम 14 अमेरिकी नागरिक मारे गये हैं। उन माता-पिता को मार डाला गया जो अपने बच्चों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे। शिशुओं के मारे जाने की चौंकाने वाली खबरें हैं। पूरे परिवारों का खात्मा कर दिया गया। शांति का जश्न मनाने वाले एक संगीत समारोह में शामिल युवाओं की हत्या कर दी गई।”
बाइडन ने कहा कि इजराइल में हमास का कृत्य आतंकवाद था जो ”आईएसआईएस के आचरण से मिलता जुलता है।”उन्होंने कहा, ”यह घृणित है। हमास की क्रूरता आईएसआईएस के सबसे भयानक कृत्य की याद दिलाती है। यह आतंकवाद है, लेकिन दुख की बात है कि यहूदी लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ”इस हमले ने, दशकों पुरानी यहूदी विरोधी भावना और यहूदी लोगों के नरसंहार की दर्दनाक यादों और घावों को कुरेद दिया है। इसलिए, इस क्षण में, हमें बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। हम इजराइल के साथ खड़े हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इजराइल के पास अपने नागरिकों की देखभाल करने, अपनी रक्षा करने और इस हमले का जवाब देने के लिए वह सब कुछ हो, जिसकी उसे जरूरत है। आतंकवाद को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता।।”इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वह 11-13 अक्टूबर तक इजराइल और जॉर्डन की यात्रा करेंगे, जहां वह वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा, ”मंत्री इजराइल के खिलाफ आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के लिए अपनी संवेदना दोहराएंगे और हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करेंगे। वह इजराइल की सरकार और लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता भी दोहराएंगे। वह इजराइल की सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे और इजराइल के रक्षा के अधिकार के प्रति अमेरिका के अटूट समर्थन को रेखांकित करेंगे।”
ब्लिंकन ने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से बात की और इजराइल के अपनी रक्षा के अधिकार के प्रति अमेरिका का समर्थन दोहराया। उन्होंने मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना भी दोहराई।
बाइडन ने अपने संबोधन में कहा कि हमास फलस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि हमास का घोषित उद्देश्य इजराइल का विनाश और यहूदी लोगों की हत्या करना है। उन्होंने कहा कि वे फलस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
बाइडन ने कहा, ”हमास आतंक और रक्तपात के अलावा कुछ भी नहीं देता है, इसकी परवाह किए बिना कि कीमत कौन चुकाता है। निर्दोष जीवन की हानि हृदयविदारक है। दुनिया के हर देश की तरह, इजराइल को भी जवाब देने का अधिकार है।”बाइडन ने कहा कि उन्होंने हमास के हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से तीसरी बार बात की। उन्होंने कहा, ”मैंने उनसे कहा कि अमेरिका ने वही अनुभव किया जो इजराइल अनुभव कर रहा है, तो हमारी प्रतिक्रिया तीव्र, निर्णायक और जबरदस्त होगी।”