आजकल की बिगड़ती लाइफस्टाइल के कारण लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों के लपेटे में आ जा रहे हैं. वहीं घर या ऑफिस में गलत ढंग से या एक ही पोजीशन में बैठे रहने से लोगों में सर्वाइकल के दर्द की प्रॉब्लम भी तेजी से बढ़ते हुए देखी जा रही है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अधिकतर लोग गलत पोजीशन में सोने या बैठने के वजह से सर्वाइकल की गंभीर प्रॉब्लम के शिकार हो रहे हैं.
कई बार लोग इसे छोटा-मोटा दर्द समझकर नजरअंदाज करने की गलती कर देते हैं. लेकिन, समय रहते अगर इस गंभीर बीमारी की पहचान कर इसका इलाज न शुरू किया जाए तो आगे चलकर ये प्रॉब्लम और भी ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है. तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
शरीर के इन हिस्सों में होता है सर्वाइकल का दर्द?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार सर्वाइकल का दर्द गर्दन के ऊपरी हिस्से से लेकर पीठ के नीचले हिस्से तक हो सकता है. अगर आपको पीठ में कहीं भी क्रैम्प आ रहा है या फिर गर्दन घुमाने में प्रॉब्लम हो रही है तो यह सर्वाइकल का भी एक लक्षण हो सकता है.
ऐसी स्थिति में सर्वाइकल के कारण हाथ और बाजू की मांसपेशियों में भी दर्द हो सकता है. ऐसे में अगर आपको शरीर के इन हिस्सों में दर्द हो तो इसे भूलकर भी अनदेखा नहीं करना चाहिए.
इन आसान योगासन को करने से दूर हो सकती है प्रॉब्लम
ताड़ासन
इस आसन को करने से आपकी पीठ को रिलीफ मिलता है और इससे रीढ़ की हड्डी स्ट्रांग होती है. इतना ही नहीं यह योगसान शरीर को लचीला बनाता है और पाचन को भी ठीक रखता है. इसके अलावा इस योगासन को करने से थकान, तनाव और चिंता दूर होती है.
उष्ट्रासन
यह आसन पीठ के निचले हिस्से में तनाव से राहत दिलाने में सहायता करता है, इससे मासिक धर्म की ऐंठन की प्रॉब्लम भी कम हो सकती है.
शलभासन
यह योगासन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और यह आसन पीठ के निचले हिस्से, पेल्विक अंगों को मजबूत बनाकर पीठ दर्द से राहत दिलाने में मददगार साबित होता है.
धनुरासन
यह योगासन पीठ को टोन करने के साथ रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करता है. इसके अलावा यह गर्दन के तनाव को कम करने के साथ गर्दन और पीठ दर्द को ठीक करने में मददगार साबित होता है.
मर्कटासन
मर्कटासन कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत ही कारगर योगासन माना जाता है. यह कमर दर्द, स्पॉन्डिलाइटिस, सर्वाइकल, साइटिका और स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम को दूर किया जा सकता है.
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