आयुर्वेद में कई छोटी-बड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए नाभि पर तेल लगाने की सलाह दी जाती है। इसे बैली बटन थेरेपी भी कहा जाता है। दरअसल, नाभि को शक्ति का केंद्र बिंदु माना गया है। इससे हमारे शरीर की कई तंत्रिकाएं जुड़ी होती हैं। इसलिए नाभि पर तेल डालने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की समस्याओं में आराम मिलता है। कई लोग नाभि पर सरसों का तेल, कुछ घी तो कुछ लोग नारियल का तेल डालते हैं। आज हम आपको नाभि पर तिल का तेल डालने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं
नाभि पर तिल का तेल लगाने के फायदे-
आयुर्वेद में नाभि पर तेल लगाना काफी फायदेमंद माना गया है। ऐसे में लोग नाभि पर सरसों, नारियल, जैतून का तेल लगाते हैं। आप चाहें तो तिल का तेल भी नाभि पर लगा सकते हैं। आयुर्वेद में तिल के तेल को सर्वोश्रेष्ठ माना गया है। तिल का तेल कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में कारगर होता है। आयुर्वेद के अनुसार तिल के तेल की तासीर बेहद गर्म होती है। यह सर्दी-जुकाम को दूर करने, जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में काफी लाभदायक होता है। जानें नाभि पर तिल का तेल लगाने के फायदे-
1. जोड़ों के दर्द से आराम दिलाए
सर्दियों में अधिकतर लोग जोड़ों में दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं। जोड़ों में दर्द होने पर हमारी रोजमर्रा के कार्य प्रभावित होते हैं। जैसे- खड़े होना, बैठना, चलना और झुकना आदि करने में सक्षम नहीं रह पाते हैं। ऐसे में नाभि पर तिल का तेल लगाने से जोड़ों में दर्द की समस्या को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेद में नाभि पर तिल का तेल लगाने से आप जोड़ों के दर्द में काफी हद तक राहत पा सकते हैं।
2. वात दोष शांत करे- आयुर्वेद में तिल के तेल को अहम स्थान दिया गया है। तिल के तेल का उपयोग खाने, मालिश करने और नाभि पर डालने के लिए किया जा सकता है। नाभि पर तिल का तेल लगाने से शरीर में बढ़ा हुआ वात दोष शांत होता है। इससे मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द से संबंधित समस्याएं दूर होती हैं। रात को नाभि पर तिल का तेल लगाने से कुछ दिनों में वात दोष से राहत पाया जा सकता है।
3. इंफेक्शन से बचाए- हम अकसर नाभि की सफाई करना भूल जाते हैं। ऐसे में नाभि पर मैल, गंदगी और कई तरह के बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। इससे नाभि पर संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आप इंफेक्शन से बचने के लिए रोज रात को नाभि पर तिल का तेल लगा सकते हैं। इससे नाभि में जमा गंदगी निकल जाती है और संक्रमण से बचाव होता है।
4. सर्दी-जुकाम ठीक करे- नाभि एक ऐसा केंद्रीय बिंदु है, जिससे शरीर की कई तंत्रिकाएं जुड़ी होती हैं। ऐसे में नाभि पर रोजाना तिल का तेल लगाने से सर्दी-जुकाम या खांसी की समस्या को भी दूर किया जा सकता है। तिल के तेल की तासीर गर्म होती है, इससे सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
नाभि पर तिल का तेल लगाने का सही समय और तरीका-
तिल तासीर में गर्म होता है, इसलिए सर्दियों में इस तेल से नाभि की मालिश करना फायदेमंद होता है। नाभि पर रात को तेल लगाना अधिक लाभदायक माना जाता है। इससे रातभर नाभि पर तेल रहता है, जिससे नाभि तेल को अच्छे से अवशोषित कर लेती है। इसके लिए आप नाभि पर 3-4 बूंद तिल के तेल की डालें। ऐसा रोजाना करने से आपको काफी लाभ मिलेगा।
नाभि पर तिल का तेल लगाना किसी भी बीमारी का संपूर्ण इलाज नहीं है। इसे सिर्फ घरेलू उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। बेहतर और संपूर्ण इलाज के लिए डॉक्टर से ही संपर्क करें।
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