यमन के हौथी समूह ने अदन की खाड़ी में अमेरिकी जहाज पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली है।हौथी सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने बुधवार को हौथी-संचालित अल-मसीरा टीवी द्वारा प्रसारित एक बयान में कहा,”फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में और हमारे देश के खिलाफ अमेरिकी और ब्रिटिश आक्रामकता के जवाब में, हमारे नौसैनिक बलों ने अदन की खाड़ी में अमेरिकी जहाज ‘जिन्को पिकार्डी’ को निशाना बनाकर मिसाइलों से सटीक हमला किया।”
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, “हमारी सेना यमन की रक्षा करने और उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन जारी रखने के हमारे वैध अधिकार के तहत अरब सागर और लाल सागर में खतरे के सभी स्रोतों को निशाना बनाने में संकोच नहीं करेगी।”सारेया ने कहा, “हम केवल इजरायली जहाजों या इजरायली बंदरगाहों की ओर जाने वाले जहाजों को निशाना बनाएंगे, हमारा सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक इजरायल गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी क्षेत्र पर हमले और घेराबंदी बंद नहीं कर देता।”
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह बयान अमेरिका द्वारा बुधवार को हौथी समूह को आतंकवादी संगठन के रूप में फिर से नामित करने के बाद आया है, जो 30 दिनों में प्रभावी होगा।अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक बयान में कहा कि यह पदनाम हौथियों की लगातार धमकियों और “अमेरिकी सैन्य बलों और लाल सागर और अदन की खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय समुद्री जहाजों” पर हमलों के जवाब में है। उन्होंने कहा कि यदि हौथी अपने हमले बंद कर दें, तो यह फैसला वापस हो जाएगा।
इसके पहले जनवरी 2021 में, हौथी समूह को एक आतंकवादी समूह नामित किया गया था, लेकिन बाद में बाइडेन प्रशासन ने से रद्द कर दिया था।गुट ने नए अमेरिकी फैसले पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुन: पदनाम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आया है और इससे हौथी अभियानों पर रोक नहीं लगेगी।7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से हाैैथी ने लाल सागर में अपने हमले बढ़ा दिए हैं, और गाजा पर इजरायली हमलों और घेराबंदी को समाप्त करने की मांग की है।