तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि राज्य के दक्षिणी जिलों में सालभर में जितनी बारिश होती है, उतनी एक ही दिन हो गई, जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई।अभूतपूर्व बारिश के कारण तिरुनेलवेली और थूथुकुडी गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चक्रवात ‘मिगजॉम’ से प्रभावित चेन्नई सहित चार जिलों में राहत और पुनर्वास का काम कर ही रही थी कि 17 और 18 दिसंबर को तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, तेनकासी और कन्याकुमारी में हुई भारी बारिश ने परेशानी बढ़ा दी।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से कहा, ”तिरुनेलवेली और थूथुकुडी में हुई बारिश अब तक के इतिहास में सबसे अधिक बारिश रही- पिछले 47-60 वर्षों में। आप सब जानते हैं कि पूरे साल की बारिश अगर एक ही दिन हो जाए तो क्या हाल होगा। अकेले कयालपट्टिनम में 94 सेमी बारिश दर्ज की गई।” उन्होंने कहा कि 17 और 18 दिसंबर को मौसम विभाग के पूर्वानुमान से कहीं अधिक बारिश हुई है।
उन्होंने बताया कि राज्य के आठ मंत्री और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 10 अधिकारियों के अलावा प्रशिक्षित राज्य बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन दल (एनडीआरएफ) की 10 टीम दक्षिणी जिलों में बचाव अभियान में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सेना से भी मदद मांगी गई है। अब तक 12,653 लोगों को राहत शिविरों में आश्रय दिया गया है। साथ ही, फंसे हुए लोगों तक हेलिकॉप्टर से खाना पहुंचाया जा रहा है।
उसने कहा, ”चूंकि यह एक बड़ी आपदा है, ऐसे में हमने चेन्नई और उपनगरों के लिए अंतरिम राहत के रूप में 7,033 करोड़ रुपये और स्थायी राहत के रूप में 12,059 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि का अनुरोध किया है और हम केंद्रीय राशि की प्रतीक्षा किए बिना चार प्रभावित जिलों में प्रत्येक परिवार को छह हजार रुपये की राहत राशि दे रहे हैं।”