शरीर में यूरिक एसिड एक अपशिष्ट पदार्थ है जो बढ़ जाने पर शरीर में किडनी के फंक्शन को प्रभावित करता है। जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो यह जोड़ों और ऊतकों में जमा हो जाता है जिसकी वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर हाई ब्लड प्रेशर, जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने में दिक्कत और सूजन की समस्याएं हो सकती हैं। बीमार पड़ने पर लोग अक्सर यूरिक एसिड की जांच कराते हैं। दरअसल यूरिक एसिड शरीर में मौजूद कार्बनिक पदार्थ है जो किडनी द्वारा फिल्टर कर शरीर से बाहर निकल जाता है। कई बार शरीर की कुछ स्थितियों के कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड बढ़ने पर पेशाब करने में दिक्कत होने से लेकर कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
सरल भाषा में कहें तो यूरिक एसिड हमारे रक्त में मौजूद एक रसायन है जो खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद उत्पन्न होता है। यह प्यूरीन शरीर में मटर, पालक, मशरूम, बीन्स, चिकन आदि खाने से बनता है। चरक क्लिनिक के डॉ. अरुण के अनुसार, शरीर में भोजन पचने के बाद यूरिक एसिड रक्त में घुल जाता है।ये शरीर में फिल्टर होकर किडनी के जरिए बाहर निकलते हैं। लेकिन जब हमारे शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है तो किडनी यूरिक एसिड को ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती है, जिसके कारण शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। जब शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो कई गंभीर समस्याएं शुरू हो जाती हैं। कई लोगों में यूरिक एसिड से जुड़ी समस्याएं आनुवांशिक होती हैं। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण इस प्रकार हैं।
- आनुवांशिक कारणों से।
- गलत खानपान के कारण।
- बीयर का अधिक सेवन।
- बाहरी फूड्स खाने से।
- डायबिटीज के मरीजों में।
- कीमोथेरेपी के कारण।
- अधिक देर तक खाली पेट रहने के कारण।
- कैंसर की वजह से।
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
हमारे शरीर में यूरिक एसिड की कमी होने पर या इसके बढ़ने पर दिखने वाले लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। जब शरीर में लंबे समय तक यूरिक एसिड का लेवल बढ़ा रहता है तो इसे कई गंभीर समस्याएं होने लगती हैं। इसकी वजह से शरीर में कई समस्याएं जैसे जोड़ों में दर्द, गठिया आदि की समस्या हो सकती है। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस प्रकार से हैं।
- जोड़ों में गंभीर दर्द और सूजन।
- जोड़ों को छूने पर दर्द होना।
- किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याएं।
- किडनी स्टोन की समस्या।
- पीठ में गंभीर दर्द।
- बार-बार पेशाब आना।
- उठने-बैठने में परेशानी होना।
- उंगलियों में सूजन आना।
यूरिक एसिड बढ़ने पर इलाज
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर इसकी जांच ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट के द्वारा की जाती है। जांच के बाद मरीज की स्थिति के अनुसार चिकित्सक उसका इलाज करते हैं। कई बार मरीज में गंभीर समस्याओं के लक्षण दिखने पर उसकी जांच अलग तरीके से भी की जा सकती है। मरीजों में किडनी स्टोन या कैंसर जैसी समस्या होने पर इलाज के लिए तमाम तरह के दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर आपको खानपान और जीवनशैली में सुधार जरूर करना चाहिए। शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे फूड्स जिनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है उसका सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। गठिया या जोड़ों से जुड़ी समस्या में मरीज को खानपान के साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स और स्टेरॉयड आदि के सेवन की सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को खानपान के साथ नियमित रूप से व्यायाम या योग आदि का अभ्यास करना चाहिए।
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