केजरीवाल के करीबी रहे पूर्व सहयोगियों ने गिरफ्तारी पर क्या बोले; एक्स पर बिना नाम लिए कुमार विश्वास का तंज

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। ईडी की टीम ने उनके आवास पर जाकर उनसे करीब 2 घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद रात 9 बजे उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी आक्रोश में है और लगातार विपक्षी दलों पर हमला बोल रही है। वहीं, केजरीवाल के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी की नींव रखने वाले कुछ बड़े नेताओं ने भी इस पर अपनी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी है।

कुमार विश्वास ने कसा तंज

एक वक्त पहले आम आदमी पार्टी का प्रमुख चेहरा रहे कवि कुमार विश्वास ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर तंज कसा और इसे कर्मों का फल बताया है। उन्होंने केजरीवाल का नाम नहीं लिया, लेकिन सोशल मीडिया पर एक तस्वीर और रामचरित मानस की एक चौपाई पोस्ट की है। दरअसल, जिस समय केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था, उसी दौरान विश्वास ने यह पोस्ट किया था। भगवान के सामने नतमस्तक वाली तस्वीर लगाते हुए कुमार विश्वास ने लिखा, “कर्म प्रधान विश्व रचि राखा। जो जस करहि सो तस फल चाखा।”

प्रशांत भूषण ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को बताया निंदनीय

आम आदमी पार्टी के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले प्रशांत भूषण ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को हैरान करने वाला बताया। उन्होंने लिखा, ‘विडंबना है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भाजपा के अपने बॉसेज के लिए कॉर्पोरेट से धन उगाही करने वाले ईडी के जिन अफसरों की जांच होनी चाहिए और केस चलना चाहिए, पिछली रात चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल को बिना किसी दस्तावेजी सबूत के गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी निंदनीय है।

अन्ना हजारे ने बताया कर्मों का फल

ईडी द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं इस बात से बहुत परेशान हूं कि अरविंद केजरीवाल, जो मेरे साथ काम करते थे, शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे, अब शराब नीतियां बना रहे हैं। मुझे यह सब जानकर बहुत दुख हुआ है, लेकिन सत्ता के आगे हम क्या कर सकते हैं। उनकी गिरफ्तारी अपने ही कर्मों से हुई है।”

योगेंद्र यादव ने किया विरोध

आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल योगेंद्र यादव ने लोकतंत्र की मर्यादा का हवाला देकर गिरफ्तारी का विरोध किया है। मतभेदों के कारण पार्टी से निकाले गए योगेंद्र यादव ने लिखा, “राजनीतिक सहमति-असहमति अपनी जगह है, लेकिन लोकतांत्रिक मर्यादा सर्वोपरि है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी इस मर्यादा का चीरहरण है। इस हिसाब से तो इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले में पूरी केंद्रीय कैबिनेट को जेल में होना चाहिए। लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर भारतीय को इसके विरोध में खड़ा होना चाहिए।”

शाजिया इल्मी ने याद दिलाया अन्ना आंदोलन

भाजपा का दामन थाम चुकीं शाजिया इल्मी कभी अरविंद केजरीवाल की बेहद करीबी नेता रही थीं। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने अन्ना आंदोलन का जिक्र करते हुए निशाना साधा। इल्मी ने मीडिया से कहा, “बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले, बहुत निकले मेरे अरमान फिर भी कम निकले ! कौन सोच सकता है कि अन्ना हजारे आंदोलन में जिसने इतना बड़ा किरदार निभाया था। भ्रष्टाचार से लड़ने का जिसने स्वांग रचा था। जिसने कहा था कि निकलो बाहर मकानों से, जंग लड़ो बेईमानों से। वह आज के दिन तीसरी बार का मुख्यमंत्री बनकर शराब घोटाले में इतने संगीन आरोपों के तहत पकड़ा जाएगा, लेकिन बेशर्मी वैसी की वैसी बनी हुई है।”

ये भी पढ़े:

कोलकाता : केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आप और भाजपा कार्यकर्ता भिड़े