उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत विरोधी गतिविधियों के जरिये समाज को विभाजित कर देश को कमजोर करने की कोशिश कर रहे लोग दरअसल आंबेडकर का अपमान कर रहे हैं और सबको इस बारे में गांव-गांव जाकर बताना होगा।
मुख्यमंत्री ने डॉक्टर आंबेडकर के 67वें परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किसी का नाम लिये बगैर कहा, ”बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने एक बात कही थी कि हम सबसे पहले भारतीय हैं। आज जब कुछ लोग भारत को कोसते हैं, भारतीयता का अपमान करते हैं, जाति के नाम पर समाज में खाई को चौड़ा करने का काम करते हैं, तो वे एक प्रकार से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान करते हैं।”
उन्होंने कहा, ”बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का हर एक काम देश के नाम था। जो लोग आज भारत विरोधी गतिविधियों के माध्यम से समाज को विभाजित करते हैं, भारत को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं, वह बाबा साहब भीमराव आंबेडकर का अपमान करते हैं। हम सबको इस बारे में गांव-गांव जाकर बताना होगा।”
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा, ”पहले की सरकारें चेहरा देखकर कार्रवाई करती थीं। चेहरा देखकर योजनाओं का लाभ देती थीं। कोई दलित समर्थक होता था तो कोई दलित विरोधी हो जाता था। जो विरोधी थे वे तो विरोध में थे ही, लेकिन जो समर्थक बनने का काम करते थे वह भी दलितों के पक्ष में काम नहीं कर पाते थे। वे दलितों के नाम पर अपनी रोटी तो सेंकते थे लेकिन गरीबों और वंचितों के लिए कोई प्रभावी कार्यक्रम तैयार नहीं कर पाए थे।”
मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर समाज के सभी वर्गों के लिये बिना किसी भेदभाव के काम करने का दावा किया और कहा, ”पहली बार आपने देखा होगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जाति, मत, मजहब को महत्व दिए बिना एक नारा दिया- सबका साथ, सबका विकास। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी वर्गों को योजनाओं के साथ जोड़ा है। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के सपनों को सही मायनों में अंगीकार करने और 26 नवंबर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में स्थापित करने का काम भी अगर किसी ने किया है तो वह प्रधानमंत्री मोदी ने ही किया है।”
आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार हर गरीब, दलित और वंचित के साथ खड़ी है और उन्हें उनका अधिकार देने के लिए तैयार है। उन्होंने पिछली सरकारों पर तंज करते हुए कहा, ”क्या पहले कभी कोई मुसहर, वनटांगिया, चेरो, थारू, कोल, अहरिया और सहरिया जाति के लोगों के बारे में पूछता था? यह सभी ऐसी छोटी-छोटी जातियां हैं जो एक सीमित क्षेत्र में हैं। उनकी आवाज दबा दी जाती थी जबकि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने उनके उत्थान के लिए कार्य योजना बनाने की बात कही थी। आज मुझे बताते हुए खुशी है कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के लक्ष्या के साथ काम कर रही है।’
उन्होंने कहा कि दुनिया में डॉक्टर आंबेडकर अपनी आवाज बुलंद करने के इच्छुक हर दबे-कुचले व्यक्ति के लिये प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने कहा, ”दुनिया में जहां कहीं भी जब भी किसी दबे -कुचले समाज की आवाज को बुलंद करने की बात आती है तो लोगों के दिमाग में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का ही नाम आता है।”मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर आंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार अनेक कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा ”सरकार हर दलित, वंचित और गरीब के साथ खड़ी है और उसे संबल प्रदान करेगी।”