हिंदू समाज को समृद्ध और सुरक्षित करने के लिए एकजुट होना होगा : प्रवीण तोगड़िया

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नेहरू इंटर कॉलेज के खेल परिसर में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को समृद्ध और सुरक्षित करने के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि जगह.जगह होने वाले धार्मिक अनुष्ठान समाज को जोड़ने का कार्य करता है। इसलिए एक लाख स्थानों पर शनिवार व मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ करवाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को समृद्ध, सुरक्षित और सम्मानयुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में हनुमान चालीसा पाठ के जरिए हिंदुओं को जोड़ने और उनके कल्याण का केंद्र बनाया जाएगा। भारत के हिंदुओं को गंभीर स्थिति आने से पहले हिंदुओं को एकजुट होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि गांव और मोहल्लों में शनिवार और मंगलवार को एक लाख जगहों पर हनुमान चालीसा पाठ का कार्यक्रम शुरू होगा।

आने वाले पांच वर्षों में 11 लाख जगहों पर इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर सौ करोड़ हिंदुओं को जोड़ने का अभियान शुरू कर दिया गया है। अंत में ग्राम प्रधान कृष्णा कुमार राय ने सभी अतिथियों के प्रति आभार जताया। इस दौरान चंदेश्वर सिंह, रंजीत गुप्ता, विश्वजीत सिंह, बबलू वर्मा, सदानंद कुशवाहा, राजकुमार गुप्ता, राजन मद्देशिया, मनीष श्रीवास्तव, पिंकू पांडेयए, अमित तिवारी, नीरज कुमार आदि मौजूद रहे। प्रदीप तोड़गिया ने सोमवार को दुदही से धन्यवाद यात्रा शुरू की।

उन्होंने कहा कि 31 जनवरी तक प्रदेश में भ्रमण कर कारसेवकों को धन्यवाद देंगे। उन्होंने 24 जनवरी को सभी कारसेवकों एवं उनके परिजनों को निमंत्रित किया। जो मंदिर दरवाज़े पर माथे पर तिलक लगा कर सम्मान कर मथुरा काशी मंदिर निर्माण की शपथ लेंगे। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तोगड़िया दुदही महंत शिवा ननद अस्पताल पहंचे। उन्होंने ने कारसेवकों एवं हिन्दू परिवार के लोगों की धन्यवाद यात्रा का शुभारंभ विधिवत पूजन पाठ से शुरू किया। उन्होंने कहा कि आठ लाख लोगों को बिना निमंत्रण का बाबरी विध्वंस एवं मंदिर की लड़ाई भाग लिया।

सवा रुपये दान किया। इससे मंदिर के पत्थर लगा है। उसे निमंत्रण की अब क्या आवश्यकता है। जो वयोवृद्ध हैं। उनके घर पहुंच कर समान कर रहा हूं। उन्होंने ने कहा प्रथम लड़ाई शुरू करने वाले पुरोधा जैसे महंत अवेद्यनाथ को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। इस दौरान डॉ राजन सिंह, डॉ निधि सिंह, संदीप मद्धेशिया, अर्पित राय, विजय निषाद, अनुराग राय, प्रह्लाद मद्घेशिया आदि मौजूद रहे।