एंज़ाइटी किसी भी परेशान करने वाली घटना के बारे में सोचने से उत्पन्न होती है। ये वैसे तो मानसिक विकार है लेकिन शारीरिक रूप से भी ये हमें काफ़ी ज़्यादा प्रभावित कर सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बेचैनी या एंज़ाइटी एक ऐसा विकार है जो ह्रदयाघात या हार्ट अटैक तक का कारण बन सकती है।आइये जानते है विस्तार से।
एंज़ाइटी होने के कारण :-
किसी पुरानी घटना को याद करके हम उसमें खो जाते हैं,अतीत की उन घटनाओं को याद करके हमें बेचैनी का अनुभव हो सकता है।
कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि तनाव और अवसाद के चरम पर भी एंज़ाइटी होती है। इसका सामान्य अर्थ यह है कि यदि तनाव और अवसाद हद से ज़्यादा बढ़ जाते हैं तो व्यक्ति को अपने आप ही बेचैनी अनुभव होने लगती है।
एंज़ाइटी से छुटकारा पाने के उपाय :-
एंज़ाइटी से छुटकारा पाने के कुछ महत्वपूर्ण तरीक़ेइस प्रकार हैं।
तनाव से बचे :-
एंज़ाइटी उन स्थितियों के कारण जन्म लेती है जो स्थितियां हमें परेशान करती हैं। सरल शब्दों में कहें तो किसी भी तनावपूर्ण स्थिति या आने वाली परेशानी को सोचकर हमें एंज़ाइटी का अनुभव हो सकता है। ऐसे में ये बात ज़रूरी है कि हम सच्चाई को समझें।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं :-
एंज़ाइटी अनेक मानसिक विकारों जैसे तनाव और अवसाद के कारण पैदा होती है। ऐसे में हमें ये कोशिश करनी चाहिए कि हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें। एक पावर नैप या झपकी लेने से भी हमारा मन शांत हो जाता है और मस्तिष्क में सकारात्मकता का संचार होता है। इसलिए हमें समय समय पर आराम करते रहना चाहिए।
पुरानी बातो को भूल जाएं :-
कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि लोग अतीत की किसी निराशाजनक या दुख भरी घटना को याद करके अचानक से बेचैनी महसूस करने लगते हैं। कई बार इस तरह की एंज़ाइटी का स्तर इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि व्यक्ति को संभालना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि हम अपने अतीत को भुलाने की कोशिश करें।आने वाले कल को बेहतर बनाने के लिए आज में जिएँ और ख़ुश रहें।
अपने आप को व्यस्त करें :-
कई बार ऐसा देखा गया है कि जब हम किसी भी कार्य को नहीं कर रहे होते हैं और ख़ाली बैठे होते हैं तो ऐसे में हमारा दिमाग़ किसी ना किसी बात को लेकर परेशान रहता है। हमारे दिमाग़ में अनेक विचार आने शुरू हो जाते हैं।इसीलिए खुद को कही न कही बिजी करना चाहिए।