अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) के तहत भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) को ईपीसी आधार पर 2 गुणा 800 मेगावाट सिंगरौली सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट (एसटीपीपी) स्टेज-3 की स्थापना के लिए एनटीपीसी लिमिटेड से ऑर्डर मिला है। यह जानकारी बीएचईएल (भेल) हरिद्वार, उत्तराखंड के संचार और जनसपंर्क प्रमुख अजीत अग्रवाल ने दी।
जनसपंर्क प्रमुख अजीत ने बताया कि यह संयंत्र उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के सिंगरौली में मौजूदा 2,000 मेगावाट के थर्मल पावर स्टेशन के निकट स्थापित किया जाएगा। विशेष रूप से 1982 में बीएचईएल का स्थापित सिंगरौली टीपीएस, उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी का पहला बिजली संयंत्र था। बीएचईएल के सिंगरौली में पहले स्थापित मशीनें कमीशनिंग के बाद से बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। परियोजना के लिए प्रमुख उपकरणों की आपूर्ति बीएचईएल की हरिद्वार, त्रिची, बेंगलुरु, हैदराबाद, रानीपेट और भोपाल स्थित विनिर्माण इकाइयों से की जाएगी।
बीएचईएल अपने अत्याधुनिक तकनीकी समाधानों के साथ देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देश में स्थापित 1,34,000़ मेगावाट के थर्मल पावर प्लांटों (57 प्रतिशत) के अपने विशाल पोर्टफोलियो के साथ बीएचईएल, थर्मल यूटिलिटी परियोजनाओं में मार्केट लीडर है। साथ ही जीवनकाल बढ़ाने और दक्षता और विश्वसनीयता को उन्नत करने के लिए पुराने सेटों के आर एंड एम के क्षेत्र में भी अग्रणी है। अब तक बीएचईएल ने देश में 68 सुपर क्रिटिकल स्टीम जेनरेटर (एसजी) और 63 सुपर क्रिटिकल टर्बाइन जेनरेटर (टीजी) के आर्डर प्राप्त किये है। इनमें से 34 एसजी और 25 टीजी चालू किये जा चुके हैं और सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं।