गाजा पट्टी में फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास और इजराइल के सुरक्षाबलों के बीच छिड़े युद्ध में अमेरिकी एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के ठेकेदार 33 वर्षीय हानी जेना, उनकी पत्नी और दो बच्चियों की मौत से मानवतावादी और विकास कार्यकर्ताओं में गुस्सा है।
अमेरिका के प्रमुख अखबार द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, अमेरिकी एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) ने कहा है कि हानी जेना अपने परिवार के साथ गाजा पट्टी के अल सबरा में रह रहे थे। जेना और उनका परिवार पांच नवंबर को इजराइल के हमले में मारा गया। अपनी मृत्यु से पहले 33 वर्षीय हानी जेना ने वेस्ट बैंक में अपने सहयोगियों को भेजे संदेश में कहा था-मेरी बेटियां डरी हुई हैं। मैं उन्हें शांत रखने की कोशिश कर रहा हूं। लेकिन यह बमबारी भयावह है।
द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार यूएसएआईडी ने कहा है कि गाजा पट्टी में दो महीने के संघर्ष के दौरान हानी जेना समेत सैकड़ों मानवतावादी और विकास कार्यकर्ता मारे गए हैं। यह चिंता और क्रोध का विषय है। यूएसएआईडी ने कहा है कि गाजा पट्टी पर हो रहे रक्तपात पर राष्ट्रपति जो बाइडेन को फौरन दखल देना चाहिए। बाइडेन प्रशासन को नागरिक रक्तपात को सीमित करने के लिए इजराइल पर दबाव बढ़ाना चाहिए।
यूएसएआईडी के अनुसार सात अक्टूबर से अब तक गाजा में 135 संयुक्त राष्ट्र राहत कर्मी मारे जा चुके हैं। संगठन के 78 साल के इतिहास में किसी भी एक संघर्ष में हुई मौतों से यह अधिक संख्या है। सेव द चिल्ड्रन जैसे प्रमुख सहायता समूहों को भी नुकसान हुआ है। यूएसएआईडी ने मंगलवार को उनके संगठन के अन्य 10 सदस्य भी 10 दिसंबर को इजराइली हवाई हमले में मारे गए।