मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर में एक निजी नर्सिंग होम में एक प्रसूता की मौत के बाद परिजन ने हंगामा कर दिया।परिवार वालों का आरोप है कि प्रसूता सरकारी अस्पताल में भर्ती थी, लेकिन ऑपरेशन किए जाने के लिए अस्पताल के स्टाफ ने प्रसूता को निजी अस्पताल में शिफ्ट करा लिया।
आरोप है कि निजी चिकित्सालय में महिला चिकित्सक नहीं होने से ऑपरेशन में लेटलतीफी बरती गई, इस वजह से उसकी मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद नर्सिंग होम का पूरा स्टाफ भाग गया। मौके पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस ने महिला का शव अपने कब्जे में लेकर आज भिण्ड अस्पताल में डॉक्टर पैनल से अंतिम परीक्षण कराने के बाद परिजन को सौंप दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमायन थाना क्षेत्र के बुजुर्ग गांव निवासी 23 साल की प्रसूता रीना को उसका पति राहुल दो दिन पहले प्रसव के लिए जिला अस्पताल में लेकर आया था। यहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन किए जाने की बात कही। इस पर महिला के परिवारजन ऑपरेशन के लिए कल सरकारी अस्पताल से एक निजी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे थे।
नर्सिंग होम में महिला चिकित्सक व अन्य स्टाफ की कमी से रीना का ऑपरेशन समय रहते नहीं हुआ और मां-बच्चे दोनों की मौत हो गई।गर्भवती की मौत पर हंगामे की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस नर्सिंग होम पहुंची। पुलिस ने रीना के पिता कल्याण जाटव की शिकायत पर मर्ग कायम कर लिया है।