रामपुर जिले में एक विवादित जमीन पर बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर वाले ‘होर्डिंग’ लगाने को लेकर दो पक्षों में हुई झड़प के दौरान गोली लगने से एक दलित किशोर की मौत हो गयी तथा दो लोग घायल हो गए।पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार को मिलक इलाके के सिलाई बाड़ा गांव की है।
वारदात में मारे गये किशोर के परिजन ने आंबेडकर के चित्र के नीचे शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोर की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है।सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी गांव पहुंच गए और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा दिया गया।
मौके पर पहुंचे मुरादाबाद के मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि गांव में एक भूखंड पर दलित समाज के लोगों ने खाद बनाने के लिये एक गड्ढा तैयार किया था। कुछ दिन पहले उन्होंने गड्ढा को भरकर उस पर आंबेडकर की तस्वीर वाला ‘होर्डिंग’ लगा दिया और प्रतिमा लगाने की तैयारी शुरू कर दी।
सिंह ने बताया कि गांव के ही दूसरे समुदाय के लोगों ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए प्रशासन से इसकी शिकायत की थी जिसके बाद मंगलवार शाम स्थानीय तहसीलकर्मी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटाने लगे।उन्होंने बताया कि इसी दौरान दलित समुदाय और दूसरे पक्ष के बीच विवाद हो गया, जिसने हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान गोली चलने से सोमेश (17) नामक दलित किशोर की मौत हो गयी तथा दो अन्य घायल हो गये।
उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर मृतक के परिजन ने आंबेडकर के होर्डिंग के नीचे शव रखकर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सोमेश की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है।मंडल आयुक्त ने बताया कि परिजन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बहरहाल, उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया गया। मृतक के परिवार ने इस सिलसिले में थाने में तहरीर दी है। मामले की जांच की जाएगी।यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस की गोली लगने से सोमेश की मौत हुई है, तो मंडलायुक्त ने कहा, ‘‘जांच के दौरान यह सारे तथ्य सामने आएंगे। जो भी दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा।”