इंजीनियरिंग सॉल्यूशन कंपनी यूएनओ टेक्नोलॉजी ने भारत में अपनी पहली परियोजना के रूप में नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर काम शुरू किया है। कंपनी जेवर एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक हाई विजन एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) केबिन का निर्माण करेगी। यह जानकारी यूएनओ टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर उन्नी भास्कर ने दी।
उन्होंने एक बयान में बताया कि कंपनी इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीक से एडवांस्ड एटीसी की दिशा में बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है। यह परियोजना इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (आईसीएओ) के मानकों के दायरे में पूरी होगी। इसका लक्ष्य कम विजिबिलिटी, अप्रचलित मशीनरी और हवाई यातायात नियंत्रकों के बीच सामंजस्य बैठाकर परिचालन को सुगम बनाना है।
उन्नी ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के इस केबिन में विजुअल कंट्रोल रूम (वीसीआर) में ग्लेजिंग के लिए मुलिएन्स के बिना पहली अभिनव फ्रेमिंग प्रणाली स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा है कि जेवर एयरपोर्ट की यह परियोजना हमारे लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्नी भास्कर के अनुसार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का स्वामित्व ज्यूरिख एयरपोर्ट्स ग्रुप के पास है। इसका निष्पादन टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कर रहा है। यह विमानन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक सहयोग की मिसाल है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरे होने पर नोएडा का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा।