आज के समय में छोटा हो या बड़ा हर किसी के हाथ में फोन होता है, बच्चे हों या बूढ़े हर किसी के लिए फोन के बिना समय बिताना मुश्किल हो जाता है. आजकल अधिकतर लोग सोशल मीडिया पर रील्स देखना बहुत पसंद कर रहे हैं, इतना ही नहीं कुछ लोग दिनभर ई-कॉमर्स पर शाॅपिंग के लिए नई चीजें देखते रहते हैं. लेकिन, हद से ज्यादा रील्स देखने की लत या बेवजह की शांपिंग करने की आदत आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है..
आमतौर पर लोग सिगरेट, शराब की लत को ही एडिक्शन मानते हैं. लेकिन, कई हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार रील्स और बेवजह की शापिंग की भी लत लग सकती है. ऐसे में इसपर खास ध्यान देने की जरूरत है. तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
क्या है रील्स और शापिंग की लत
वैसे तो लोग जरूरत की ही चीजों का शापिंग करते हैं. लेकिन, कुछ लोग शांपिग करते समय फालतू की चीजें भी खरीद लेते हैं. वहीं, रील्स के मामले में इंसान को पता होता है कि उसका फालतू में समय बेकार हो रहा है और इससे उसका काम भी प्रभावित हो रहा है, फिर भी वो रील्स की दुनिया से बाहर नहीं निकल पाते हैं. यह एक तरह का नशा है.
लत क्या होती है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार लत हमारी व्यवहार की ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं, जो हम आमतौर पर करते हैं, लेकिन हमें इसका एहसास नहीं होता है. लत चाहे जैसी भी हो या जिस फिर किसी भी चीज की हो, इसके पीछे की वजह एक ही है मानसिक समस्या. कई हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अपने अंदर चल रही प्रॉब्लम से भागने और उसे शांत करने या बदलने के लिए लोग जिन चीजों पर डिपेंड होने लगते हैं, वहीं चीजें आगे चलकर लत बन जाती हैं.
कैसे करें लत की पहचान
शॉपिंग या फिर रील्स देखने की आदत से चाहकर भी पीछा ना छुड़ा पाना.
अपने लत को लेकर शर्म महसूस करने के बाद भी उसे दोहराते रहना.
शर्म की वजह से अपनों से कुछ छिपाने की कोशिश करना.
लत को पूरा करने के चक्कर में जरूरी काम अवॉयड करना.
कोई एप डिलीट करने के बाद फिर से उसे डाउनलोड कर उपयोग करना.
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