संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस पाकिस्तान के अंदर ईरान के हमलों और इजरायल-हमास संघर्ष से उत्पन्न संकट को लेकर चिंता जताई है। यह बात उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कही।डुजारिक ने बुधवार को कहा, “वह पाकिस्तान में ठिकानों पर ईरानी हमलों के बारे में बहुत चिंतित है, इसमें कथित तौर पर दो बच्चों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।” उन्होंने कहा, “वह संयम बरतने और आगे किसी भी तनाव से बचने की अपील करते हैं।”
गौरतलब है कि ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान में करीब 50 किलोमीटर अंदर बलूचिस्तान के कोह-ए-सब्ज़ में सुन्नी आतंकी समूह जैश अल-अदल के दो ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया।सोमवार को, तेहरान ने इराक में कुर्द क्षेत्र की राजधानी इरबिल में एक इजरायली खुफिया केंद्र और उत्तरी सीरिया के इदलिब में सुन्नी इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के अड्डे पर हमला किया था।
डुजारिक ने कहा, “गुटेरेस संघर्ष फैलने के बारे में चिंतित हैं और संकट के समाधान की बात कही है।”उन्होंने बताया कि दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में शामिल गुटेरेस ने इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी और इराक के कुर्द क्षेत्र के अध्यक्ष नेचिरवन बरज़ानी के साथ बैठकों में क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा की।पाकिस्तान और इराक ने ईरान से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया और इस्लामाबाद ने तेहरान के दूत को देश लौटने से रोक दिया है।
ईरान के रक्षा मंत्री मोहम्मद रज़ा अश्तियानी ने कहा कि जब कोई ईरान को धमकी देगा तो “हम प्रतिक्रिया देंगे और यह प्रतिक्रिया कठोर और निर्णायक होगी।”उन्होंने चेतावनी दी, “हम दुनिया में एक मिसाइल शक्ति हैं।”पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने हमले के “गंभीर परिणामों” की चेतावनी दी और कहा कि इसकी जिम्मेदारी ईरान की होगी।”राष्ट्रपति बशर अल-असद की सीरियाई सरकार ने ईरानी हमले का विरोध नहीं किया है, क्योंकि इस्लामिक स्टेट से लड़ने में दोनों एक ही पक्ष में हैं।
इस्लामिक स्टेट ने ईरान के केरवान में 3 जनवरी को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर एक स्मारक के दौरान हुए बम विस्फोट के की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें लगभग 100 लोग मारे गए थे।ईरान इंटरनेशनल ने बताया कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कर्नल होसैन-अली जावदानफ़र को पाकिस्तान सीमा के पास मार दिया गया था और जैश अल-अदल ने इसकी ज़िम्मेदारी ली थी।