महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक गांव में आदिवासी व्यक्तियों के समूह को बंधुआ मजदूर बनाने और उनका शारीरिक उत्पीड़न करने के आरोप में दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया है।एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान संजय शालीन पाटिल (40) और उसके बड़े भाई विजय (45) के रूप में हुई है, जो डोंबीवली के निकट खोनी गांव में रहते हैं।
मंपदा थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अशोक होनमाने ने कहा, “आरोपियों ने पिछले 10 वर्षों से अपने परिसर में विभिन्न कार्यों के लिए आदिवासी कातकरी समुदाय के सदस्यों को नियुक्त किया था। वे उन्हें काम के लिए कहीं और जाने की इजाजत नहीं देते थे। वे पीड़ितों को धमकाते थे और कभी-कभी मारपीट भी करते थे। आरोपियों ने उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज भी छीन लिए थे।”
उन्होंने कहा कि कातकारी समुदाय के एक स्थानीय सदस्य की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम और बंधुआ मजदूर प्रथा (उन्मूलन) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।उन्होंने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त सुनील कुराडे अपराध की जांच कर रहे हैं।