समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर होने का दावा करते हुए रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में यह पार्टी पिछले चुनाव लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार कम से कम 40 सीटें गंवाने जा रही है।
यादव ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू करने का भाजपा को आगामी लोकसभा चुनाव में कोई खास फायदा नहीं मिलेगा। यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा के लोग लगातार झूठ बोल रहे हैं और उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है।
उन्होंने सपा और कांग्रेस के गठबंधन के आगामी लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जाहिर करते हुए दावा किया, ‘गठबंधन की स्थिति बहुत अच्छी रहेगी और पिछली बार के मुकाबले भाजपा की कम से कम 40 सीटें उत्तर प्रदेश में हम कम करने जा रहे हैं।’वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश में 62 सीटें मिली थीं जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोने लाल) ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी।
भाजपा को बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरते हुए सपा नेता ने कहा, ‘जितना झूठ हिंदुस्तान की जनता को 24 घंटे परोसा जा रहा है उसकी असलियत सब जान चुके हैं। आप देखिएगा आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत चमत्कारिक परिणाम आएंगे।’चुनावी बाण्ड को लेकर हो रहे खुलासों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने इसे ‘बहुत बड़ा घपला’ करार देते हुए कहा, ‘ऐसा मेरे ख्याल से कभी हिंदुस्तान में नहीं हुआ कि लोगों को डरा-धमका कर, छापा डलवा कर धन लिया गया हो।’
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत बड़ा घपला है। जो लोग यह कहते हैं कि हमने भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है, इससे बड़ा भ्रष्टाचार तो दुनिया के किसी भी देश में नहीं हुआ। इस मामले में जिसने चंदा दिया, उसे ठेका मिल गया। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से छापे पड़वाए। कंपनी ने पैसा दे दिया और जांच खत्म हो गई।’
चुनाव से कुछ महीने पहले राम मंदिर के उद्घाटन से क्या भाजपा को लाभ होगा, इस सवाल पर यादव ने चुटीले अंदाज में कहा, ‘नहीं नहीं… उन्होंने जल्दी उद्घाटन कर दिया। उद्घाटन अब करना चाहिए था। अब जनता की निगाह में वह मुद्दा नहीं रहा।’ उन्होंने कहा कि भगवान राम जो कण-कण में विद्यमान हैं उनकी ये लोग (भाजपा) प्राण प्रतिष्ठा करेंगे?
लोकसभा चुनाव से पहले सीएए लागू किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर यादव ने कहा, ‘क्या इनसे (भाजपा से) बड़ा कोई बेईमान हो सकता है। मुसलमानों को छोड़कर जो लोग वर्ष 2014 से पहले भारत आये उन्हें नागरिकता देंगे। यह कानून चार साल पहले बना था और चुनाव से पहले उन्होंने इसे लागू कर दिया लेकिन इससे कोई ज्यादा फर्क वैसे भी नहीं पड़ेगा।’
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के संदर्भ में सपा नेता ने कहा, ‘क्या हिंदू एक से ज्यादा शादी नहीं करते? आप एक आरटीआई डालिए कि कितने आईएएस, आईपीएस ऐसे हैं जिन्होंने एक से ज्यादा शादियां की हैं। सब मालूम पड़ जाएगा। केवल इसलिए कि मुसलमान एक से ज्यादा शादी करते हैं, कानून बना दो।’
यादव ने मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आरोपों से जुड़े एक सवाल पर कहा, ‘इस संबंध में हम आयोग से मिलकर कहेंगे कि जो मतदाता सूची उम्मीदवार और उसके एजेंट को मिलती है और जो पीठासीन अधिकारी के पास होती है, उनमें कोई फर्क नहीं होना चाहिए।’