आयरन हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। दरअसल, हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है। हीमोग्लोबिन एक प्रकार का घटक है जो लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद होता है। इसे एक प्रकार का प्रोटीन भी कहा जाता है, जो रक्त वाहिकाओं के माध्यम से ऑक्सीजन ले जाने में सक्षम बनाता है।अगर आपके बॉडी में पर्याप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन न हो, तो सेल्स और टिश्यूज को सही तरह से काम करने के लिए जरूरी ऑक्सीजन नहीं मिलेगा। कुल मिलाकर, आप कह सकते हैं कि आयरन की कमी का हमारे ओवरऑल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आमतौर पर आयरन की कमी होने पर सिरदर्द, थकान और सांस लेने में दिक्कत होना जैसी कुछ समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, कई बार आयरन की कमी के कोई संकेत नजर भी नहीं आते हैं। इसी तरह, कई बार आयरन की कमी होने पर ऐसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं, जो बहुत अजीब होते हैं। इस लेख में हम आपको उन्हीं अजीब लक्षणों के बारे में बताएंगे। इनके बारे में जानकर आप आयरन की कमी से निपट सकते हैं और अपनी लाइफस्टाइल तथा में डाइट में जरूरी बदलाव कर सकते हैं।
आयरन की कमी होने पर दिखने वाले अजीब लक्षण-
जीभ में सूजन- शायद ही कभी आपने यह सुना हो कि किसी पोषक तत्व की कमी होने पर जीभ में सूजन हो सकती है। जबकि, आयरन की कमी होने पर आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ध्यान रखें कि जीभ में सूजन होना सामान्य समस्या नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब जीभ में सूजन होती है, तो आपके लिए खाना निगलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में शरीर में अन्य पोषक तत्वों की भी कमी हो सकती है। इसलिए, इसे हल्के में न लें।
होंठों का फटना- कई बार आपने नोटिस किया होगा कि पेट्रोलियम जेली लगाने या अन्य तरह के घरेलू उपायों के आजमाने के बावजूद फटे होंठों की समस्या से छुटकारा नहीं मिलता है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? ऐसा शरीर में आयरन की कमी के कारण हो सकता है। आयरन की कमी होने पर होंठों के कॉर्नर वाले भाग के फटने की समस्या देखने को मिलती है। ऐसा होने पर सिर्फ पेट्रोलियम जेली या क्रीम लगाना काफी नहीं होता है। आपको चाहिए कि आयरन की कमी को पूरा करने की कोशिश करें।
नाखूनों का टूटना- नाखूनों का टूटना भी आयरन की कमी का एक लक्षण है। आमतौर पर आयरन की कमी होने पर स्पून-शेप्ड फिंगरनेल्स हो सकते हैं। इसका मतलब है कि आयरन की कमी के कारण नाखूनों की शेप बदल जाती है, जो स्पून यानी चम्मच की तरह नजर आती है। हालांकि, सबके साथ यह समस्या हो, यह जरूरी नहीं है। अगर आयरन की कमी पूरी कर दी जाए, तो नाखूनों के टूटने की समस्या अपने-आप दूर हो जाती है।
अजीब तरह की क्रेविंग होना- आयरन की कमी होने पर व्यक्ति को अजीब-गरीब चीजें खाने की क्रेविंग हो सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आयरन की कमी होने पर लोगों को मिट्टी, क्ले, कार्डबोड जैसी चीजें खाने की क्रेविंग हो सकती है। आपको बता दें कि नॉन-फूड आइटम खाने की क्रेविंग को पिका नाम से जाना जाता है। कभी-कभार ऐसी समस्या स्ट्रेस या किसी दूसरी तरह की मेंटल हेल्थ इश्यूज की वजह से हो सकती है।
हाथ-पैरों का ठंडा रहना- गर्मी का मौसम है। इसमें भी अगर आपके हाथ-पांव ठंडे रहते हैं, तो जरा सचेत हो जाइए। ऐसा इसलिए, क्योंकि आयरन की कमी होने पर भी लोगों के हाथ-पांव ठंडे हो सकते हैं। असल में, आयरन की कमी के कारण शरीर में सही तरह ब्लड फ्लो नहीं हो पाता है। जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होता है, तो हाथ-पांव ठंडे पड़ने लगते हैं।
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